कोलकाता, 23 सितंबर (हि.स.)। आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक बार इस्तेमाल की गई सिरिंज और सलाइन की बोतलों को गैरकानूनी रूप से दोबारा इस्तेमाल किया जा रहा था। यह सिरिंज और सलाइन बोतलें अस्पताल के विभिन्न विभागों में मरीजों की सेवा में उपयोग हो रही थीं। इस काले कारनामे के बारे में जब अस्पताल की जूनियर डॉक्टर ‘अभया’ को पता चला, तो उन्होंने इसका विरोध किया था। सीबीआई के एक अधिकारी ने सोमवार को इस बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि अभया के विरोध के बाद ही वह संदीप घोष और उसके गिरोह के सदस्यों की नजरों में आ गईं। सीबीआई को शक है कि इसी जानकारी के कारण डॉक्टर अभया को टारगेट कर उनका बलात्कार और हत्या की गई।
सीबीआई ने इस मामले में संदीप घोष और उनके करीबियों के मोबाइल फोन से कुछ ऑडियो क्लिप्स भी बरामद किए हैं। इन क्लिप्स में कुछ बातचीत के प्रमाण मिले हैं, जिनसे पता चलता है कि डॉक्टर अभया को लेकर बातचीत हो रही थी। एक बातचीत में संदीप घोष के एक करीबी ने कहा कि, “लड़की बहुत ज्यादा कर रही है, अब कुछ करना ही होगा।” हालांकि, इन क्लिप्स में लड़की का नाम नहीं बताया गया, लेकिन सीबीआई को शक है कि यह वही डॉक्टर है जिसने अस्पताल में सिरिंज और सलाइन बोतल का गैरकानूनी पुनः उपयोग का विरोध किया था।
सीबीआई के सूत्रों के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों से आर जी कर अस्पताल से निकलने वाले बायोमेडिकल कचरे की मात्रा अन्य सरकारी अस्पतालों की तुलना में एक तिहाई थी। इस संदर्भ में अन्य डॉक्टरों से पूछताछ के दौरान भी यह बात सामने आई कि अस्पताल में इस्तेमाल हो चुकी सिरिंज, सलाइन बोतलें और यहां तक कि एक्सपायर हो चुकी दवाएं भी फिर से इस्तेमाल हो रही थीं। डॉक्टर अभया ने इस अनियमितता का विरोध किया और अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। इसी जानकारी के बाद संदीप घोष तक यह खबर पहुंची, जो इस घोटाले के मास्टरमाइंड माने जाते हैं। सीबीआई को अब संदीप घोष के फोन पर हुई बातचीत का ऑडियो क्लिप मिला है।
अब सीबीआई इस बात की जांच कर रही है कि क्या डॉक्टर अभया को यह जानकारी मिलने के बाद उन्हें निशाना बनाया गया ? क्या उन्हें बेहोश कर साजिश के तहत संजय राय को बुलाकर उनका बलात्कार करवाया गया ? इन सवालों के जवाब के लिए सीबीआई अब और भी कई लोगों से पूछताछ करेगी।