कोलकाता, 23 सितंबर (हि.स.)। आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज में वित्तीय घोटाले के मामले में सीबीआई को नए महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं। सोमवार को इस मामले में गिरफ्तार चार आरोपितों, जिनमें पूर्व प्राचार्य संदीप घोष भी शामिल हैं, को अलीपुर सीबीआई विशेष अदालत में पेश किया गया। विशेष न्यायाधीश सुजीत कुमार झा ने चारों आरोपितों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया है। अब उन्हें सात अक्टूबर तक जेल में रहना होगा।
सीबीआई ने अदालत में कहा कि आर.जी. कर घोटाले के आरोपित बेहद प्रभावशाली लोग हैं और इनके द्वारा साक्ष्यों को प्रभावित करने की संभावना है। इस तर्क को सुनने के बाद न्यायाधीश ने संदीप घोष, सुमन हाजरा, बिप्लव सिंह और संदीप के सुरक्षा अधिकारी अफसर अली को 14 दिन की जेल हिरासत में भेजने का निर्देश दिया।
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18 डिजिटल उपकरणों की क्लोनिंग से मिली नई जानकारी
सीबीआई ने मामले की जांच में बताया कि अब तक 18 डिजिटल उपकरणों, जिनमें मोबाइल, लैपटॉप, हार्ड डिस्क और मेमोरी कार्ड शामिल हैं, की क्लोनिंग की गई है। इन उपकरणों में मौजूद डेटा की जांच से कई महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद जताई जा रही है, जो घोटाले की जांच में मददगार साबित हो सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि 19 अगस्त को आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष और उनके साथियों को इस वित्तीय घोटाले के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। संदीप पर आरोप था कि उन्होंने सुमन, बिप्लव और अफसर को अवैध तरीके से अस्पताल में विभिन्न सुविधाएं दिलाई थीं। इसके बाद 14 सितंबर को एक डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में भी संदीप को गिरफ्तार किया गया था।
सुमन के वकील ने अपने मुवक्किल के लिए जमानत की अर्जी दी है, जिस पर 30 सितंबर को सुनवाई होने वाली है। सीबीआई की ओर से इस मामले में और भी जांच जारी है, जिसमें इन गिरफ्तार आरोपितों की भूमिका और उनके द्वारा की गई अनियमितताओं का खुलासा होना बाकी है।