तिरूपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी मिलने की खबर देशभर में वायरल हो रही है। तिरूपति बालाजी के बाद कई मंदिरों में प्रसाद की जांच शुरू हो गई है। इस बीच, समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद डिंपल यादव ने भी मथुरा-वृंदावन से प्रसाद पर सवाल उठाया है। उनका कहना है कि मथुरा वृन्दावन का प्रसाद भी मिलावटी होता है. इसकी भी जांच होनी चाहिए. उन्होंने योगी सरकार से प्रसाद में मिले पैसे के नुकसान की जांच कराने की मांग की है. डिंपल का ये बयान खूब वायरल हो रहा है.
डिंपल यादव ने मंदिर के प्रसाद को लेकर बयान दिया है
तिरूपति मंदिर के लड्डू विवाद पर बात करते हुए डिंपल यादव ने कहा, ”मेरी राय में यह खाद्य मिलावट विभाग की विफलता है.” इन लोगों को समझ नहीं आया. इस तरह की मिलावट सिर्फ मंदिरों में ही नहीं बल्कि आम लोगों के खाने में भी होती है. तिरूपति का मामला बहुत नाजुक है. ये मामला हमारी आस्था से जुड़ा है. इसकी जांच होनी चाहिए. यही बात हम वृन्दावन में भी सुनते हैं, जहाँ सही प्रकार का खोया इस्तेमाल नहीं किया जाता, वह भी मिलावटी होता है। इसलिए सरकार को इस संबंध में पूरी जिम्मेदारी से काम करना चाहिए।’ मंदिर के प्रसाद के साथ-साथ आम आदमी के भोजन की भी जांच होनी चाहिए.
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने रेड्डी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने लैब रिपोर्ट के आधार पर दावा किया कि तिरूपति मंदिर में मिलने वाले प्रसाद में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया जाता है. इस घटना से देशभर में हड़कंप मच गया है. देशभर के साधु-संत इसकी जांच की मांग कर रहे हैं. लखनऊ के मनकामेश्वर मंदिर ने भी बाहर के प्रसाद पर रोक लगा दी है.
भक्तों में आक्रोश की भावना
आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तिरुमाला मंदिर के मिलावटी लड्डू पर विवाद खड़ा हो गया है। भक्तों की आस्था डगमगा गई है. आरोप है कि लड्डू बनाने में बीफ और मछली के तेल का इस्तेमाल किया गया है. नेशनल डेयरी डेवलपमेंट की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है. श्रद्धालुओं में आक्रोश की भावना देखी जा रही है. उस समय इस मामले में साधु संत समाज में काफी गुस्सा था