BSNL 4G Service: बीएसएनएल 4जी रोल आउट की तैयारियां पूरी, केंद्रीय मंत्री ने बताई तारीख, यूजर्स खुश

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बीएसएनएल 4जी सर्विस: बीएसएनएल 4जी रोल आउट का इंतजार कर रहे लाखों यूजर्स के लिए खुशखबरी है। केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सरकारी टेलीकॉम कंपनी की 4जी सर्विस और उसके भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया है। सरकार ने देशभर में बीएसएनएल 4जी नेटवर्क रोल आउट करने की तैयारी पूरी कर ली है। कंपनी फिलहाल देशभर में नेटवर्क को अपग्रेड कर रही है। जल्द ही यूजर्स को प्राइवेट कंपनियों जैसी बेहतर सर्विस क्वालिटी मिल सकती है। सरकार ने हाल ही में नेटवर्क अपग्रेड करने के लिए 6000 करोड़ रुपये का फंड जारी किया है। साथ ही 1 लाख मोबाइल टावर लगाए जा रहे हैं।

4G सेवा शुरू करने की तैयारी

केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने आधिकारिक हैंडल से एक वीडियो पोस्ट शेयर किया है, जिसमें उन्होंने टेलीकॉम कंपनी की सर्विस को अपग्रेड करने की तैयारियों के बारे में बताया है। केंद्रीय मंत्री पब्लिक अफेयर्स फोरम में आयोजित एक चर्चा के दौरान बीएसएनएल की भविष्य की योजना के बारे में बता रहे थे। उन्होंने कहा कि इस समय भारत में 4 मुख्य टेलीकॉम प्लेयर हैं- जियो, एयरटेल, वीआई और बीएसएनएल।

 

उपयोगकर्ताओं के लिए अच्छी खबर

बीएसएनएल 4जी रोल आउट को लेकर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस समय सरकार का मुख्य लक्ष्य अगले साल जून तक देशभर में 1 लाख 4जी टावर लगाना है, ताकि टेलीकॉम कंपनी की 8 फीसदी बाजार हिस्सेदारी को बढ़ाया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि 2जी और 3जी यूजर्स की संख्या को देखते हुए भारत में हर किसी को 4जी की जरूरत नहीं है, लेकिन 4जी में बदलाव की जरूरत बढ़ रही है, क्योंकि भारत के करीब 98 फीसदी जिलों में 4जी कवरेज पहले से ही फैला हुआ है। अगले साल जून तक देशभर में यूजर्स को बीएसएनएल 4जी की पूरी सेवा मिलनी शुरू हो जाएगी। फिलहाल नेटवर्क अपग्रेडेशन का काम चल रहा है।

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आगे कहा कि 4जी नेटवर्क शुरू होने के बाद हमारा ध्यान ग्राहकों को आकर्षित करने पर होगा। निजी टेलीकॉम कंपनियों द्वारा की गई कीमतों में बढ़ोतरी के बाद बड़ी संख्या में यूजर्स बीएसएनएल की ओर चले गए हैं। हमारे लिए मुख्य चुनौती उन यूजर्स को नेटवर्क में बनाए रखना है। इसके लिए निजी कंपनियों की तरह बीएसएनएल को भी कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमेंट (सीआरएम) मॉडल की जरूरत है, ताकि ग्राहकों की समस्या को सुना जा सके और उसका समाधान रियल टाइम में किया जा सके।