क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने बुधवार को रियाद में शौरा काउंसिल के 9वें सत्र में गतिविधियों का उद्घाटन किया। शौरा परिषद के अध्यक्ष शेख अब्दुल्ला अल-शेख और परिषद के सदस्य, जिन्हें हाल ही में सत्र में नियुक्त किया गया था। इस दौरान सभी मौजूद रहे। तब सभी को संबोधित करते हुए क्राउन प्रिंस ने दोहराया कि फिलिस्तीन मुद्दा सऊदी अरब की चिंताओं में सबसे आगे है। उन्होंने कहा, हम फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ इजरायली कब्जे वाले अधिकारियों के अपराधों की कड़ी निंदा करते हैं।
फ़िलिस्तीन का एक स्वतंत्र राज्य बनाने का प्रस्ताव
उन्होंने आगे कहा कि हम फिलिस्तीन को एक स्वतंत्र राज्य बनाने के अपने प्रयासों को नहीं रोकेंगे। सऊदी अरब पहले ही फिलिस्तीन को एक स्वतंत्र राज्य बनाने का प्रस्ताव दे चुका है। उन्होंने कहा, “फिलिस्तीनी, जिनकी राजधानी पूर्वी येरुशलम है, और हम यह स्पष्ट करते हैं कि राज्य इसके बिना इज़राइल के साथ राजनयिक संबंध स्थापित नहीं करेगा।” उन्होंने फिलिस्तीन राज्य को मान्यता देने वाले सभी देशों को धन्यवाद दिया और कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय वैधता का प्रतीक है। उन्होंने अन्य देशों से भी फिलिस्तीन को मान्यता देने को कहा।
फिलिस्तीन के खिलाफ इजराइल के अपराधों की निंदा की
इस प्रकार क्राउन प्रिंस ने सीधे तौर पर कहा कि जब तक फ़िलिस्तीन को एक स्वतंत्र राज्य नहीं बना दिया जाता तब तक वह इज़राइल के साथ राजनयिक संबंध स्थापित नहीं करेंगे। सऊदी अरब पहले भी फिलिस्तीन के ख़िलाफ़ इज़रायल के अपराधों की निंदा कर चुका है। उन्होंने कहा कि किंगडम फिलिस्तीनी लोगों के लिए एक स्वतंत्र राज्य चाहता है जिसमें 1967 की सीमाएँ शामिल हों। सऊदी अरब कई मौकों पर फिलिस्तीन के साथ खड़ा नजर आया है. उन्होंने हमेशा फिलिस्तीन का समर्थन किया है और अब सऊदी क्राउन प्रिंस ने इजराइल को अल्टीमेटम दिया है.
फ़िलिस्तीन-इज़राइल युद्ध रुकने का नाम नहीं ले रहा है
फ़िलिस्तीन और इज़राइल के बीच युद्ध को एक साल से अधिक समय बीत चुका है। हजारों लोगों की जान जा चुकी है और कई घायल हुए हैं लेकिन अभी भी इस युद्ध के रुकने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं. दोनों देश लगातार एक दूसरे पर हमले कर रहे हैं. हालांकि, दोनों देशों के बीच चल रहे युद्ध को रोकने के लिए दूसरे देश कई बार कोशिश कर चुके हैं।