नई दिल्ली, 18 सितंबर (हि.स.)। ओसवाल पंप्स लिमिटेड ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के माध्यम से धन जुटाने के लिए पूंजी बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) दाखिल किया है।
पूंजी बाजार नियामक सेबी के पास दाखिल दस्तावेज के मुताबिक हरियाणा स्थित ओसवाल पंप्स लिमिटेड मंगलवार को आईपीओ के लिए अपना डीआरएचपी दाखिल किया है। कंपनी के दाखिल किए गए दस्तावेजों के मसौदे के मुताबिक यह आईपीओ एक रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अंकित मूल्य वाला आईपीओ 1000 करोड़ रुपये तक के नए निर्गम और विवेक गुप्ता द्वारा 11.31 मिलियन इक्विटी शेयरों की बिक्री प्रस्ताव (ओएफएस) का संयोजन है।
कंपनी ने जारी एक बयान में बताया कि ये ऑफर बुक-बिल्डिंग प्रक्रिया के जरिए किया जा रहा है, जिसमें योग्य संस्थागत खरीदारों को आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए ऑफर का 50 फीसदी से अनधिक हिस्सा उपलब्ध होगा। वहीं, गैर-संस्थागत बोलीदाताओं को आवंटन के लिए ऑफर का 15 फीसदी से अनधिक हिस्सा उपलब्ध होगा, जबकि खुदरा व्यक्तिगत बोलीदाताओं को आवंटन के लिए ऑफर का 35 फीसदी से अधिक हिस्सा उपलब्ध होगा।
ओसवाल पंप्स लिमिटेड ने कहा कि नए निर्गम से प्राप्त राशि का उपयोग कंपनी के कुछ पूंजीगत व्यय के वित्तपोषण, पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी ओसवाल सोलर में ऋण या इक्विटी के रूप में निवेश, हरियाणा के करनाल में नई विनिर्माण इकाइयां स्थापित करने, ऋण का भुगतान और सामान्य कंपनी कामकाज के लिए किया जाएगा। कंपनी ने वर्ष 2003 में कम गति वाले मोनोब्लॉक पंप के निर्माण से अपना परिचालन शुरू किया और पिछले कुछ वर्षों में इसने ग्रिड से जुड़े हाई-स्पीड मोनोब्लॉक पंप, ग्रिड से जुड़े सबमर्सिबल पंप और इलेक्ट्रिक मोटर के निर्माण के लिए अपने परिचालन का विस्तार किया है।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा स्थित कंपनी ओसवाल पंप्स लिमिटेड सौर ऊर्जा से चलने वाले और ग्रिड से जुड़े सबमर्सिबल और मोनोब्लॉक पंप, इंडक्शन और सबमर्सिबल मोटर के साथ-साथ सोलर मॉड्यूल वाली इलेक्ट्रिक मोटर बनाती है। ये ‘ओसवाल’ ब्रांड के तहत बिक्री करती है। इसके वितरकों का एक व्यापक नेटवर्क है, जो 31 मार्च 2022 तक 473 से बढ़कर इस वर्ष मार्च 2024 के अंत तक 636 हो गया है।