आज का मौसम पूर्वानुमान (17 सितंबर): दिल्ली में बारिश थमने के साथ ही मौसम साफ हो गया है. दिल्ली में सोमवार को सूरज निकलने के बाद तापमान में भी बढ़ोतरी हुई और अधिकतम तापमान 34.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम का सामान्य तापमान है. आईएमडी के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तापमान 24.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री कम था। इससे पहले रविवार को शहर का न्यूनतम तापमान 23.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. इस बीच मौसम विभाग ने मंगलवार के मौसम पर अपडेट दिया है.
भारतीय मौसम विभाग ने 17 सितंबर को आमतौर पर आसमान में बादल छाए रहने और हल्की बारिश या बूंदाबांदी की भविष्यवाणी की है। इस अवधि में अधिकतम तापमान 34 डिग्री और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, सोमवार शाम 4 बजे दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 139 था, जो ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है।
आज गुजरात में बनासकांठा, पाटन, मेहसामा, गांधीनगर, साबरकांठा, अरावली, महिसागर, खेड़ा, आनंद, अहमदाबाद, वडोदरा, पंचमहल, छोटा उदेपुर, दाहोद, नर्मदा, भरूच, सूरत, तापी, डांग, नवसारी, वलसाड, बोटाद, भावनगर, अमरेली, गिर सोमनाथ, जूनागढ़ और राजकोट में छिटपुट बारिश हो सकती है। जबकि देवभूमि द्वारका, जामनगर, पोरबंदर, मोरबी, सुरेंद्रनगर और कच्छ में बारिश की कोई संभावना नहीं है.
आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, मंगलवार को बादलों की आवाजाही और हल्की बारिश की संभावना है। बुधवार को भी ऐसा ही मौसम रहेगा और हल्की बारिश हो सकती है। बुधवार को हल्की बारिश के बाद तापमान में गिरावट आ सकती है, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी. गुरुवार को भी आसमान में बादल छाए रहेंगे और हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। शुक्रवार और शनिवार को आसमान साफ रहेगा, हालांकि अगले दिन रविवार को एक बार फिर आसमान में बादल छा सकते हैं।
राजस्थान में इस सप्ताह एक बार फिर बारिश का दौर शुरू होने की संभावना है. मौसम विभाग के मुताबिक, 18-19 सितंबर को पूर्वी राजस्थान में बारिश और गरज के साथ गतिविधियां बढ़ेंगी। मौसम विज्ञान केंद्र, जयपुर के अनुसार पश्चिम बंगाल और झारखंड के ऊपर गहरे दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जिसके पश्चिम की ओर बढ़ने और कमजोर होने की संभावना है। अधिकारियों के अनुसार, इस प्रणाली के प्रभाव से 18-19 सितंबर को पूर्वी राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बौछारें बढ़ने की संभावना है।