मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के बड़नगर में तेजा दशमी पर्व के अवसर पर एक पिता ने अपनी मनोकामना पूरी होने पर अपने 30 वर्षीय बेटे को उसके 82 किलो वजन के बराबर पैसों से तौला और मंदिर निर्माण के लिए 10 लाख 7 हजार रुपए दान भी किए।
दरअसल, तेजा दशमी के मौके पर मंगलनाथ पथ इलाके में रहने वाले चतुर्भुज जाट ने अपने बेटे वीरेंद्र को 10 रुपए के नोटों की गड्डियों से तौला। उनके बेटे का वजन 82 किलो निकला। बेटों को तौलने में 10 लाख 7 हजार रुपए के नोटों की गड्डियां इस्तेमाल की गईं। अब इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
चतुर्भुज जाट ने तराजू के एक तरफ अपने बेटे को बैठाया और दूसरी तरफ नोटों की गड्डियां रखीं। जब नोटों की गड्डियों का वजन बेटे के बराबर हुआ तो कुल 10 लाख 7 हजार रुपए निकले, जिसे उन्होंने मंदिर निर्माण के लिए दान कर दिया।
चतुर्भुज जाट ने बताया कि 4 साल पहले उन्होंने मन्नत मांगी थी कि अगर उनकी मन्नत पूरी हो गई तो वे अपने बेटे के वजन के बराबर राशि तेजाजी महाराज के मंदिर में दान करेंगे। उनकी मन्नत पूरी हुई और इसलिए उन्होंने अपने बेटे के वजन के बराबर 10 लाख 7 हजार रुपए दान किए।
मंदिर परिसर में नोटों का ढेर मिलने के बाद वहां ग्रामीणों और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमा हो गई। इस अनोखे दान को देखकर हर कोई हैरान रह गया। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बड़नगर में वीर तेजाजी की दशमी पर ऐसी अनोखी मनोकामना पूरी होने की घटना ने सभी का ध्यान खींचा। चतुर्भुज जाट का कहना है कि यह उनकी आस्था का प्रतीक है। मंदिर निर्माण के लिए दिया गया यह योगदान उनकी इसी इच्छा का परिणाम है।