डोडा, 12 सितंबर (हि.स.)। विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस मनाने के लिए एएनएमटी स्कूल डोडा के कॉन्फ्रेंस हॉल में गुरूवार को एक जागरूकता कार्यक्रम के साथ एक संवादात्मक सत्र आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम का आयोजन जिला स्वास्थ्य सोसायटी द्वारा किया गया और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. ओम कुमार ने इसमें भाग लिया और इसमें प्रिंसिपल एएनएमटी अनुसूया भान, मोहम्मद शफी अट्टू, मोहम्मद फहीम बट, संजीव राणा, सीएमओ/डिप्टी सीएमओ कार्यालय के कर्मचारियों के अलावा एएनएमटी डोडा के छात्र भी शामिल हुए।
इस कार्यक्रम की थीम थी ‘कथा बदलना बातचीत शुरू करना’ जिसका उद्देश्य छात्रों में मानसिक स्वास्थ्य और आत्महत्या रोकथाम के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना और उन्हें शिक्षित करना था। सीएमओ ने छात्रों के साथ बातचीत करते हुए तनाव प्रबंधन पर जोर दिया और इस विषय पर एक संवादात्मक सत्र आयोजित किया। लक्षित दर्शक एएनएमटी स्कूल डोडा के छात्र थे। छात्रों ने उन्हें परेशान करने वाले मुद्दों पर चर्चा की।
इस संवादात्मक सत्र ने छात्रों को अपने विचार और चिंताएं साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया जिससे चर्चा के लिए एक सुरक्षित स्थान उपलब्ध हुआ। इस बात पर सर्वसम्मति थी कि हितधारकों को राष्ट्रीय आत्महत्या रोकथाम रणनीति का अक्षरशः पालन करना चाहिए जो डब्ल्यूएचओ द्वारा अनुशंसित मॉडल पर आधारित है। यह कार्यक्रम मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देने और युवाओं को उनकी भलाई को प्राथमिकता देने के लिए प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।