जम्मू, 12 सितंबर (हि.स.)। चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष अरुण गुप्ता ने गुरूवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव अटल डुल्लू से मुलाकात की और दुकानों/व्यावसायिक प्रतिष्ठानों द्वारा “बंद दिवस” के अनिवार्य पालन के संबंध में श्रम विभाग द्वारा हाल ही में जारी किए गए आदेश के निहितार्थों पर चर्चा की।
अनिवार्य बंद दिवस प्रथा पर चिंता व्यक्त करते हुए अरुण गुप्ता ने मुख्य सचिव को अवगत कराया कि इस तरह के मुद्दों को उठाने का यह सही समय नहीं है खासकर जब चुनाव प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस परिपत्र ने व्यापारिक समुदाय में उत्पीड़न की भावना पैदा की है। अरुण गुप्ता ने मुख्य सचिव को यह भी बताया कि प्रधान मंत्री ने देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के 24Û7 कार्य घंटों की घोषणा की है। इसके अलावा हमारे देश में खुदरा क्षेत्र में एफडीआई की अनुमति देकर एक नया अध्याय शुरू हुआ है जहां स्थानीय मॉल को भी बिना किसी समय सीमा के सप्ताह के सभी दिन खोलने की अनुमति दी गई है।
उन्होंने यह भी बताया कि ऑनलाइन व्यापार पर कोई अंकुश नहीं है जिससे हमारे केंद्र शासित प्रदेश में पहले से ही नियमित व्यापार को नुकसान पहुंचा है और ऑनलाइन व्यापार के लिए काम के घंटे 24Û7 हैं। बातचीत के दौरान अरुण गुप्ता ने इस बात पर भी जोर दिया कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर अपने तीर्थयात्रियों और पर्यटन स्थलों के लिए जाना जाता है। तीर्थयात्रा और पर्यटन हमारी अर्थव्यवस्था का मुख्य स्रोत और रीढ़ हैं। सप्ताह के सभी दिनों में व्यापारिक प्रतिष्ठानों को खुला रखकर हम मंदिरों के शहर में आने वाले तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की सेवा करते हैं। वे प्रसाद, खाद्य पदार्थ और अपनी पसंद/स्थानीय महत्व के सामान उपहार के रूप में अपने साथ ले जाने के लिए खरीदते हैं। इसके अलावा व्यापारिक प्रतिष्ठानों को खुला रखकर हम राज्य के खजाने के लिए राजस्व उत्पन्न करने में भी योगदान देते हैं।
उन्होंने मुख्य सचिव को यह भी बताया कि थोक बाजार पहले से ही “बंद दिन” प्रथा का पालन कर रहे हैं। मुख्य सचिव ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और कहा कि वह श्रम आयुक्त से बात करेंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि व्यापारिक समुदाय को इस संबंध में किसी भी कठिनाई का सामना न करना पड़े।