इन वजहों से आजकल लड़कियां अपनी सास के साथ रहना पसंद नहीं करतीं

शादी के बाद ससुराल में नई ज़िंदगी शुरू करना किसी भी लड़की के लिए आसान नहीं होता। नए परिवार में ढलना कई चुनौतियों से भरा होता है। 

समय के साथ सब कुछ बदल रहा है। शादी के बाद एक लड़की के कई सपने होते हैं। वह अपना घर खुद संभालना चाहती है। ऐसे में उसके लिए अपने ससुराल वालों के साथ रहना आसान नहीं होता। खासकर तब जब वे खुले विचारों वाले न हों। ऐसे में लड़कियां  

ससुराल में न रहने के कारण

कपड़ों को लेकर डांटना

ससुराल में नए कपड़े पहनने पर की जाने वाली टिप्पणियाँ अक्सर नई बहू के लिए बड़ा मुद्दा बन सकती हैं। कई बार सास-ससुर इस पर ध्यान नहीं देते और मेहमानों के सामने भी कपड़ों की आलोचना करते हैं। 

अपनी बहू की तुलना किसी और की बहू से करना

ससुराल में बहू की तुलना दूसरी बहुओं से करना भी एक आम समस्या है। यह नई बहू के लिए निराशाजनक हो सकता है, क्योंकि हर व्यक्ति की अपनी विशेषताएं होती हैं। अगर किसी काम में कोई परेशानी है तो सास-ससुर को प्यार और समझदारी से बहू को बताना चाहिए।

घर में चीज़ें छिपाना

कहते हैं कि शादी के बाद लड़की का घर ससुराल ही होता है। लेकिन वहां भी उसे पराया महसूस कराया जाता है। घर की अहम बातें छुपाना या झूठ बोलना इस एहसास को और भी बढ़ा देता है। 

व्यक्ति को अलग-थलग महसूस कराना

शादी के बाद नए माहौल में ढलने में समय लगता है और इस दौरान भावनात्मक सहारे की बहुत ज़रूरत होती है। ऐसे में जब लड़की को   ससुराल में प्यार और सम्मान नहीं मिलता तो वह उस परिवार को स्वीकार नहीं कर पाती।

हर समय इस पर नज़र रखें

हर व्यक्ति को प्राइवेसी की जरूरत होती है। लेकिन भारतीय घरों में अभी भी इस बारे में जागरूकता की कमी है। ज्यादातर लड़कियों को लगता है कि जब वे ससुराल में रहती हैं तो हर समय उन पर किसी की नजर रहती है।