सोहावल की सुरवारी झील के भी दिन बहुरेंगे

अयोध्या, 11 सितंबर (हि.स.)।अयोध्या के सोहावल में सुरवारी झील का योगी सरकार जीर्णोद्धार कराएगी । झील का सुंदरीकरण हो जाने से पर्यटकों की आवाजाही बढ़ेगी। प्रदेश सरकार की मंशा है कि अयोध्या मे आने वाले पर्यटकों आध्यात्मिक के साथ यहां के प्राचीन स्थलों को देखें और प्राकृतिक स्थलों का लुत्फ उठा सकें।

43 एकड़ झील का किया जा रहा संरक्षण

सोहावल तहसील के सुरवारी गांव स्थित लगभग 43 एकड़ क्षेत्रफल वाली झील के संरक्षण पर प्रदेश सरकार 486.21 लाख रुपये खर्च करने जा रही है। प्रदेश सरकार सुरवारी झील का सुंदरीकरण कराएगी जिससे पर्यटक यहां तक पहुंचे। वहीं अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अश्वनी कुमार पाण्डेय ने बताया कि इसका डीपीआर बनाकर शासन को भेजा गया हैं।

सोहावल तहसील क्षेत्र को भी पर्यटन के नक्शे पर ऊभारने का प्रयास

योगी सरकार द्वारा अयोध्या से सोहावल तक के क्षेत्र को आध्यात्मिक एवं पर्यटन नगरी के रूप में विकसित करने का प्रयास कर रहा है। यहाँ घाटों का सौंदर्यीकरण, बाँध बनाकर वॉक-वे का निर्माण, वॉच टॉवर का निर्माण,ओपन जिम, एम्पीथियेटर, प्रवेश द्वार, सार्वजनिक शौचालय, हार्टिकल्चर का कार्य, साईकिल स्टैंड, गजीबों, मेडीटेशन हट का भी निर्माण किया जाएगा।

प्रदेश की योगी सरकार पहले से अयोध्या नगरी को उसका प्राचीन स्वरूप देना चाहती थी। जिसके लिए यहाँ के प्राचीन मठ मंदिरों, पौराणिक कुण्डों, तालाबों आदि को प्राचीन स्वरूप देने मे लगी थी। अब प्राचीन झीलों को भी उनके प्राचीन स्वरूप प्रदान कर पर्यटकों को लुभाने का काम प्रदेश सरकार कर रही है। सरकार की मंशा है कि यहां की पौराणिकता को वर्तमान पीढ़ी जाने और इसके लिए पंख लगने शुरू हो गए। निकट समय मे अयोध्या से सोहावल तक का क्षेत्र आध्यात्मिक क्षेत्र बन जाएगा।

पौराणिकता जुड़ा है सुरवारी झील

झील का पौराणिक महत्व भी है। मान्यता है कि जिस स्थान पर यह झील है, वहां पूर्व में सुर नामक नदी बहती थी। पौराणिक तमसा नदी के साथ सुर नदी का जिक्र वाल्मीकि रामायण में मिलता है। यह नदी देवई से निकलकर बभनियावां व सुरवारी होते हुए आगे जाकर तमसा में मिल जाती थी।