विजयपुर, 11 सितंबर (हि.स.)। विजयपुर विधानसभा क्षेत्र से अपनी पार्टी के उम्मीदवार मंजीत सिंह ने भाजपा पर वोट बैंक की राजनीति के लिए समाज को बांटने की नीति अपनाने का आरोप लगाया है।
विजयपुर विधानसभा क्षेत्र में चल रहे चुनाव अभियान के तहत बुधवार को जनसभाओं को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री ने विजयपुर में विरोधी राजनीतिक दलों द्वारा मतदाताओं को जाति, पंथ और धर्म के आधार पर बांटने के लिए अपनाए गए चुनाव अभियान पर चिंता जताई।
पूर्व मंत्री ने कहा कि मतदाता जानते हैं कि भाजपा जम्मू-कश्मीर के लोगों से किए गए वादों को पूरा करने में विफल रही है। जहां तक विजयपुर की बात है तो विकास अवरुद्ध हो गया है और पिछले दस वर्षों में बेरोजगारी दर में वृद्धि हुई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि औद्योगिक क्षेत्र में नौकरियां स्थानीय युवाओं के लिए आरक्षित रहेंगी और किसी बाहरी व्यक्ति को उनकी जगह लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
उन्होंने लोगों से आगामी विधानसभा चुनाव में अपना समर्थन देने का आग्रह करते हुए कहा कि अपनी पार्टी विजयपुर और उसके गांवों में सड़क ढांचे को उन्नत करके और लोगों के जीवन स्तर में सुधार करके विकास को गति देगी। उन्होंने कहा कि विकास और कल्याणकारी योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू नहीं किया गया है और लोगों को अधिकारियों के खराब प्रदर्शन के कारण अधिकारियों से समर्थन नहीं मिल रहा है जो भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं।
उन्होंने विकास, बढ़ती बेरोजगारी, गैर-स्थानीय लोगों द्वारा संसाधनों पर कब्जा, खनन और शराब के व्यापार में माफिया तंत्र के प्रभाव पर सवालों से बचने के लिए भाजपा पर सवाल उठाया जिससे स्थानीय लोगों के हितों से समझौता हुआ है जो इन व्यापारों पर निर्भर थे। उन्होंने कहा कि चूंकि स्थिति भाजपा की इच्छा के विपरीत हो गई है इसलिए भगवा पार्टी ने ऐसा एजेंडा अपनाया है जो समाज में विभाजन को बढ़ावा दे सकता है।
उन्होंने कहा कि राजनीति समाज में विभाजन के बजाय विकास और रोजगार के एजेंडे पर आधारित होनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने लोगों को समान विकास नीति, कल्याणकारी योजनाओं और पार्टी के अन्य एजेंडे के बारे में भी जानकारी दी जिन्हें पार्टी द्वारा जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने पर लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह विकास को पुनर्जीवित करने और लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं जिन्हें पारंपरिक पार्टियों ने अपने लाभ के लिए प्रतिनिधित्व से वंचित रखा है।