गणेश चतुर्थी का त्योहार हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस साल गणेश चतुर्थी का त्योहार 7 सितंबर 2024, शनिवार को मनाया जा रहा है। इसी दिन 10 दिवसीय गणेश उत्सव की भी शुरुआत होती है. महाराष्ट्र में गणेश उत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान हर कोई अपने घर में बप्पा को स्थापित करता है और धूमधाम से भगवान गणेश की पूजा करता है।
भगवान गणेश के लालबागचा राजा मुंबई में बहुत प्रसिद्ध हैं। हर साल गणेश चतुर्थी के दिन लालबागचा राजा के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। लालबागचा राजा के प्रथम दर्शन होते ही भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. बप्पा के इस रूप को देखने के लिए हर कोई उत्साहित है. इस मूर्ति के दर्शन मात्र से ही भक्तों का मन प्रसन्न हो जाता है और साधक को शांति और सुख की प्राप्ति होती है। लालबागचा राजा के दर्शन के लिए देश भर से लोग आते हैं। लालबागचा राजा की मूर्ति मुंबई के लोगों की विशिष्ट पहचान का प्रतिनिधित्व करती है। इस मूर्ति से वहां के लोगों की आस्था और गौरव दोनों जुड़ा हुआ है.
लालबागचा राजा का इतिहास
लालबागचा राजा का इतिहास 1934 से शुरू होता है। इनकी स्थापना उस समय लालबाग बाजार के आसपास रहने वाले मछुआरों और व्यापारियों द्वारा संयुक्त रूप से की गई थी। लालबागचा राजा की मूर्ति कांबली परिवार के कारीगरों द्वारा बनाई गई है। इस साल लालबागचा राजा की मूर्ति की ऊंचाई करीब 18-20 फीट है. यह मूर्ति बहुत ही सुंदर ढंग से बनाई गई है। इसे पूरे महाराष्ट्र में एक सांस्कृतिक विरासत माना जाता है। लालबागचा राजा का पंडाल देश का सबसे मशहूर पंडाल है. इस मूर्ति का निर्माण बप्पा के चरणों से शुरू होता है। हर साल इस मूर्ति को अलग और आकर्षक तरीके से बनाया जाता है।