जम्मू-कश्मीर: चुनाव के लिए बीजेपी की नई रणनीति, क्यों कटा इस दिग्गज नेता का पत्ता?

भाजपा ने रविवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए अपनी छठी सूची की घोषणा की। इस सूची में पार्टी ने 10 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की है. सूची में पार्टी ने पूर्व उपमुख्यमंत्री कवींद्र गुप्ता का टिकट काट दिया है. पार्टी अब तक कई पूर्व मंत्रियों और पूर्व विधायकों के टिकट काट चुकी है, जिसके बाद अब पार्टी उनकी नाराजगी दूर करने के लिए उन्हें संगठन की जिम्मेदारी दे रही है.

8 पूर्व मंत्रियों का पत्ता कट गया

बीजेपी ने जम्मू क्षेत्र में अपने 43 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है. जम्मू-कश्मीर में बीजेपी ने अब तक 62 उम्मीदवार उतारे हैं. बीजेपी पार्टी ने अब तक 8 पूर्व मंत्रियों, 3 पूर्व विधायकों और 13 अन्य नेताओं के टिकट काट दिए हैं जो अलग-अलग पार्टियां छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं.

किन नेताओं का कटा टिकट?

पार्टी ने इस बार कई पूर्व मंत्रियों को मौका नहीं दिया है और उनके टिकट काट दिये गये हैं. पूर्व उपमुख्यमंत्री डाॅ. निर्मल सिंह, पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंद्र गुप्ता, श्याम चौधरी, सत शर्मा, बाली भगत, अजय नंदा, सुखनंदन चौधरी और अब्दुल गनी कोहली जैसे नेताओं के टिकट रद्द कर दिए गए हैं. साथ ही पूर्व विधायक नीलम लंगेह, कृष्ण लाल और कुलदीप राज के टिकट भी रद्द कर दिए गए हैं.

कवींद्र गुप्ता को टिकट नहीं दिया गया

भाजपा ने जम्मू संभाग से पांच उम्मीदवार उतारे हैं। कई दिग्गज, जो अपने क्षेत्र में प्रबल दावेदार माने जा रहे थे, उनके भी टिकट काट दिए गए हैं. बीजेपी ने कश्मीर के करनाह से मोहम्मद इदरीस को मैदान में उतारा है, जबकि गुलाम मोहम्मद मीर को हंदवाड़ा से मैदान में उतारा है. जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने 10 उम्मीदवारों की छठी सूची की घोषणा कर दी है. पार्टी ने पूर्व उप मुख्यमंत्री कवींद्र गुप्ता का टिकट रद्द कर दिया और उनकी जगह जम्मू जिले के बाहु से विक्रम रंधावा को मैदान में उतारा।

नेताओं को संतुष्ट करने की कोशिश की जा रही है

टिकट कटने के बाद कई नेता पार्टी से नाराज नजर आ रहे हैं, जिसके चलते पार्टी ने नेताओं को मनाने और उन्हें साथ लेने की कोशिश की है. अब बीजेपी ने अपने जिन नेताओं को टिकट नहीं दिया है, उन्हें नई जिम्मेदारी दी है. सत शर्मा को कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है, रवींद्र रैना से पहले सत शर्मा बीजेपी अध्यक्ष थे. निर्मल सिंह को चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया गया है. चौधरी सुख नंदन को चुनाव अभियान समिति का उपाध्यक्ष और कविंदर गुप्ता को चुनाव प्रबंधन समिति का अध्यक्ष बनाया गया है.

तीन चरणों में चुनाव होंगे

जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. जिसके लिए कांग्रेस, बीजेपी, पीडीपी, एनसी समेत सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. जम्मू-कश्मीर में 90 सीटों पर चुनाव हो रहे हैं. घाटी में तीन चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को मतदान होना है। जिसका परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित किया जाएगा.