आलोक नाथ जब तक शराब नहीं पीते तब तक ‘संस्कारी’ हैं, को-एक्ट्रेस ने खोली बॉलीवुड के ‘संस्कारी बाबूजी’ की पोल, बोलीं- ‘उनके दो अलग व्यक्तित्व’

बॉलीवुड: 90 के दशक में रीमा लागू के अलावा अगर कोई एक्ट्रेस मां, मौसी, मौसी और सास के रोल में मेकर्स की पहली पसंद थीं तो वो थीं हिमानी शिवपुरी। जिन्होंने सलमान खान, शाहरुख खान से लेकर कई बॉलीवुड सुपरस्टार्स के साथ काम किया है। हाल ही में हिमानी शिवपुरी ने एक पॉडकास्ट के दौरान बॉलीवुड के ‘संस्कारी बाबूजी’ की छवि वाले आलोक नाथ के बारे में खुलकर बात की।

दरअसल, हिमानी शिवपुरी ने सिद्धार्थ कानन के पॉडकास्ट में बॉलीवुड की कई सच्चाइयों का खुलासा किया है, जिसे सुनकर फैंस हैरान रह गए हैं। खासकर आलोकनाथ के बारे में.

हिमानी शिवपुरी ने आलोकनाथ को लेकर कहा कि, मैंने आलोकनाथ के साथ पहले भी कई फिल्मों में काम किया है। हालाँकि, वे तभी तक सभ्य हैं जब तक वे शराब नहीं पीते। आलोक नाथ के दो अलग व्यक्तित्व हैं। संस्कारी आलोकनाथ शराब पीने के बाद कुछ अलग ही दिखते हैं।

इतना ही नहीं हिमानी शिवपुरी ने अपनी बातचीत के दौरान उस घटना का जिक्र भी किया. जिसमें एक्ट्रेस ने कहा, नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा की घटना को छोड़कर मुझे आलोक नाथ से कभी कोई दिक्कत नहीं हुई. मैंने कई लोगों से सुना है कि शराब पीने के बाद आलोक नाथ एक अलग इंसान बन जाते हैं.

एक बार हम एक अवॉर्ड फंक्शन में जा रहे थे. उस वक्त आलोकनाथ शराब पीकर नशे में धुत्त थे. उनकी पत्नी भी उन्हें शांत कराने की कोशिश कर रही थीं. मैंने आलोकनाथ को भी समझाते देखा. हालाँकि, नशे में होने और उपद्रवी होने के कारण अंततः आलोकनाथ को विमान से उतार दिया गया।

आपको बता दें कि हिमानी शिवपुरी ने आलोक नाथ के साथ ‘कभी खुशी-कभी गम’, ‘हम साथ-साथ हैं’, ‘हम आपके हैं कौन’, ‘परदेश’ समेत आधा दर्जन फिल्मों में काम किया है। वहीं आलोक नाथ ज्यादातर पर्दे पर ‘संस्कारी बाबूजी’ का किरदार निभाते रहे हैं। इसी वजह से असल जिंदगी में भी फैंस उन्हें बाबूजी कहकर बुलाते हैं। हालांकि, 2018 में मीटू आंदोलन के दौरान आलोकनाथ पर आरोप लगने से उनकी छवि खराब हो गई थी।