वंदे भारत मेट्रो: वंदे भारत मेट्रो का प्रोटोटाइप रेक मध्य रेलवे को आवंटित कर दिया गया है। यह गाड़ी कम दूरी के रूट पर मेट्रो की तर्ज पर ट्रेन चलाने की योजना के तहत बनाई गई है। सभी तरह के ट्रायल और परीक्षण के बाद जल्द ही इसका रूट तय किया जा सकता है।
उम्मीद है कि अहमदाबाद, गांधीनगर, पुणे, मुंबई जैसे शहरों को संभावित रूट की सूची में शामिल किया जा सकता है। कुल 16 डिब्बों वाली यह ट्रेन सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस है। रेलवे बोर्ड ने प्रोटोटाइप रेक को मुंबई स्थित सेंट्रल जोन को सौंपने का आदेश दिया है।
वंदे मेट्रो आईसीएफ चेन्नई में बनाई गई है
देश की पहली और पूरी तरह से स्वदेशी वंदे मेट्रो चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में बनाई गई है। मंगलवार को इसका एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें फैक्ट्री के अंदर वंदे मेट्रो ट्रेन को देखा जा सकता है। वंदे मेट्रो ट्रेन में यात्रियों को कई उन्नत सेवाएं मिलने जा रही हैं, जिससे उनका सफर बेहद आरामदायक हो जाएगा। इसमें एसी कोच के अलावा ऑटोमैटिक दरवाजे और इमरजेंसी अलार्म सिस्टम भी दिया जाएगा।
160 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ेगी वंदे मेट्रो
भारत में ये वंदे मेट्रो उन रूट पर चलाई जाएंगी, जहां दो शहरों के बीच परिवहन की जरूरत होती है। 200 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली यह मेट्रो रेल आमतौर पर 160 किलोमीटर की रफ्तार से चलेगी। ट्रायल का काम पूरा होने के बाद इसे जून-जुलाई के बीच यात्रियों के लिए उपलब्ध करा दिया जाएगा।