अमृतसर समाचार: श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह को वेतनभोगी घोषित करने के बाद 2007 से 2017 तक सरकार में मंत्री रहे नेताओं को स्पष्टीकरण देने के लिए 15 दिन का समय दिया श्री अकाल तख्त साहिब ने दी सफाई
कैंपों से कभी वोट नहीं मांगे गये
इस मौके पर पूर्व मंत्री सुच्चा सिंह लंगाह ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जत्थेदार साहब के आदेश पर हम यहां पहुंचे हैं. इस मौके पर सुच्चा सिंह ने डेरा सच्चा सौदा वाले का नाम लिए बिना कहा कि वह 2007 से 2012 तक मंत्री रहे हैं लेकिन उनका डेरे से कोई संबंध नहीं है, उन्होंने कभी भी मेरे जिले के किसी डेरे या राम रहीम से वोट नहीं मांगा न कोई शिविर है और न कोई विचार-विमर्श गृह। उन्होंने कहा कि जो गुरुघर से सीधी लड़ाई करेगा वह हमारा दुश्मन है।
बता दें कि इस दौरान पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने मीडिया से कोई संपर्क नहीं किया और वह अपनी सफाई देकर वापस चले गये.
बिक्रम मजीठिया साथ ही स्पष्टीकरण भी दिया
बता दें कि बीते दिन शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने भी अपनी सफाई दी थी. इस मौके पर मजीठिया ने मीडिया से संपर्क कर कहा था कि वह श्री अकाल तख्त साहिब के आदेश को पूरी तरह से मानते हैं, इसीलिए वह व्यक्तिगत तौर पर अपनी सफाई देने आए हैं.
किन नेताओं को मिला श्री अकाल तख्त साहिब से नोटिस?
इस नोटिस में सुखबीर बादल के साथ डॉ. उपिंदर कौर, आदेश प्रताप सिंह कैरों, गुलजार सिंह रणीके, परमिंदर सिंह ढींडसा, सुच्चा सिंह लंगाह, जनमेजा सिंह, हीरा सिंह, सरवन सिंह फिल्लौर, सोहन सिंह, दलजीत सिंह, सिकंदर सिंह मलूका, बीबी जागीर कौर, मनप्रीत सिंह बादल, शरणजीत सिंह, सुरजीत सिंह, बिक्रम सिंह मजीठिया और महेशिंदर सिंह को नोटिस जारी किया गया है ।