आपातकाल: ‘कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी सिखों के खिलाफ रचे जा रहे नैरेटिव का नतीजा है, सिखों को बदनाम करने की कोशिश’

इमरजेंसी मूवी विवाद: तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल का मजबूत होना पंजाब और सिख पंथ के लिए बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस, भाजपा और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने भी स्वीकार किया है कि राज्य की प्रगति और समृद्धि के लिए शिरोमणि अकाली दल का उदय बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने शिरोमणि अकाली दल के नेताओं से अकाली दल के प्रभुत्व के लिए त्याग की भावना दिखाने की भी अपील की। 

ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि देश में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है और खासकर सिखों को सोची-समझी साजिश के तहत निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सिखों के खिलाफ झूठी कहानी गढ़ने की साजिश के तहत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि सिख बच्चों को परीक्षा में बैठने से पहले निहत्था किया जा रहा है जो इसी साजिश का हिस्सा है.

ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि हथियार सिखों के लिए आभूषण नहीं बल्कि धार्मिक प्रतीक हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी भी सिखों के खिलाफ बनाए जा रहे नैरेटिव का नतीजा है. उनकी मांग है कि इस फिल्म पर पूरी तरह से बैन लगाया जाए.

गणपति विसर्जन के मौके पर महाराष्ट्र में श्री हरमंदिर साहिब के मॉडल को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि हर धर्म के रीति-रिवाज अलग-अलग हैं, इसलिए दूसरे धर्मों की संस्थाओं और रीति-रिवाजों का सम्मान करना चाहिए. उन्होंने कहा कि श्री हरमंदिर साहिब सिखों के लिए सर्वोच्च स्थान है और इसका अनुकरण सिख कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे.