किसान विरोध चंडीगढ़: पंजाब की कृषि नीति के खिलाफ चंडीगढ़ में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान आज अपने मंच से बड़ा ऐलान करेंगे। किसान आज अपने धरने की रूपरेखा तय करेंगे. वैसे तो किसान संगठनों ने अपना विरोध प्रदर्शन 5 सितंबर तक रखा है, लेकिन कल माननीय सरकार के साथ हुई बैठक के बाद किसान आज अपना नया फैसला लेंगे.
कल पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसान संगठनों भारती किसान यूनियन (एकता उगराहां) और पंजाब खेत मजदूर यूनियन के दस सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की. दोपहर को पंजाब भवन में हुई यह बैठक करीब साढ़े तीन घंटे तक चली.
बैठक में मुख्यमंत्री ने किसान और मजदूर नेताओं की मांगों को ध्यान से सुना और नेताओं को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार नई कृषि नीति पर काम कर रही है. उन्होंने कहा कि नई कृषि नीति का 1600 पन्नों का मसौदा लगभग तैयार है, जिसे 30 सितंबर तक किसान संगठनों के साथ साझा किया जाएगा.
इसके बाद नई कृषि नीति को लेकर किसानों के सुझाव लिए जाएंगे और उन्हें नीति में शामिल किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने किसानों और श्रमिक नेताओं को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार सहकारी बैंकों के ऋण चुकाने के लिए संघर्ष कर रहे किसानों को राहत देने के लिए एकमुश्त निबेरा योजना (ओटीएस) शुरू करने पर भी विचार कर रही है।
उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार खेत मजदूरों की आत्महत्या के मामलों में मुआवजे के खारिज किये गये मामलों की दोबारा जांच करेगी. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को किसान यूनियनों के नेताओं के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने के लिए गहन जांच करने का निर्देश दिया।