गुरुग्राम, 5 सितम्बर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष जीएल शर्मा गुडग़ांव विधानसभा सीट से टिकट के प्रबल दावेदार थे। ब्राह्मण समाज के वे कद्दावर नेता माने जाते हैं। इसके बावजूद पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दी। इसी से जीएल शर्मा दुखी हैं। जीएल शर्मा ने भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए कहा कि भाजपा में कर्मठ कार्यकर्ताओं की अनदेखी की गई है। बता दें कि जीएल शर्मा पहले कांग्रेस में थे। उसके बाद वे मनोहर सरकार-1 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए। उस समय उन्हें हरियाणा डेयरी विकास निगम का चेयरमैन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बनाया। संगठन की ओर से दी गई हर जिम्मेदारी को उन्होंने बखूबी निभाया।
लोकसभा चुनाव में उन्होंने महत्ती भूमिका निभाई। संगठन की ओर से उन्हें पद तो प्रदेश उपाध्यक्ष का दिया गया, लेकिन विधानसभा चुनाव में टिकट की मजबूत दावेदारी होने के बाद भी उन्हें टिकट से महरूम कर दिया गया। कार्यकर्ताओं से मंत्रणा करके आखिरकार जीएल शर्मा ने भी वही किया, जो दूसरे रुष्ट कई नेता कर रहे हैं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। साथ ही कह दिया है कि आगामी 8 सितम्बर को वे कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे।