आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हर दूसरा व्यक्ति किसी न किसी बीमारी का शिकार है। इन बीमारियों से छुटकारा पाना अब काफी चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है। इन्हीं में से एक है डायबिटीज. हालांकि, इन बीमारियों से बचने के लिए कई तरह की दवाइयां उपलब्ध हैं, लेकिन लोगों की लाइफस्टाइल ऐसी हो गई है कि कई बार ये दवाएं भी कारगर साबित नहीं होती हैं।
मधुमेह एक गंभीर बीमारी है
मधुमेह की गंभीरता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि आज यह हर आयु वर्ग के लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है, जिसमें बच्चे, बुजुर्ग, युवा और महिलाएं शामिल हैं। इंसुलिन नामक हार्मोन के उत्पादन या कार्य क्षमता में कमी के कारण रक्त में ग्लूकोज (शर्करा) की मात्रा बढ़ जाना ही मधुमेह है। यह दीर्घकालिक बीमारी नसों और रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाती है, जिससे हृदय रोग, रक्तचाप में वृद्धि, किडनी फेलियर, स्ट्रोक और कई अन्य बीमारियों का खतरा होता है।
यह बीमारी चुपचाप मार डालती है
इसलिए डायबिटीज चुपके से आपकी जान का जोखिम बढ़ा देती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, पूरी दुनिया में लोग तेजी से इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। इस समय दुनिया भर में 53.7 करोड़ और भारत में 8.2 करोड़ लोग इससे प्रभावित हैं। डॉक्टरों ने दावा किया है कि अगर समय रहते कोई कदम नहीं उठाया गया तो आने वाले दिनों में डायबिटीज इंसानों पर गंभीर असर डाल सकती है।
आप अपने आप को कैसे बचा सकते हैं?
अगर आप डायबिटीज से बचना चाहते हैं तो आपको अपनी जीवनशैली में सुधार करना होगा। जैसे कि आपको एक्सरसाइज पर ध्यान देना होगा, टेंशन से दूर रहना होगा और खाने-पीने की गलत आदतों को छोड़ना होगा। अब आपके मन में यह सवाल आ सकता है कि आपको अपना शुगर टेस्ट कब करवाना चाहिए, तो ऐसे लक्षण दिखने पर आपको तुरंत ग्लूकोज टेस्ट करवाना चाहिए। जब आपको दिल की बीमारी, पैंक्रियाज की समस्या, हाई ब्लड प्रेशर, एचआईवी के मरीज, कोलेस्ट्रॉल लेवल का बढ़ना या मोटापा हो तो ऐसी स्थिति में आपको तुरंत ब्लड शुगर टेस्ट करवाना चाहिए।