पंजाब से छात्रों का विदेशों की ओर तेजी से पलायन जारी है। सरकारें कुछ भी कहें, पंजाबियों की विदेश जाने की चाहत कम नहीं हो रही है।
पंजाब से विदेश जाने की चाहत इतनी है कि पंजाब में हर घंटे करीब 130 पासपोर्ट बन रहे हैं. इनमें ज्यादातर ऐसे छात्रों की संख्या है जो कनाडा और अन्य देशों में पढ़ाई के बाद वहीं बसना चाहते हैं।
आंकड़ों के मुताबिक, साल 2023 में पंजाब में 11.94 लाख पासपोर्ट जारी किए गए हैं, जबकि 2024 के पहले 6 महीने यानी जनवरी से जून तक पंजाब में 5.82 लाख पासपोर्ट जारी किए गए हैं. अगर 1 जनवरी 2014 से जून 2024 तक यानी करीब साढ़े दस साल की बात करें तो इस दौरान पंजाब में 87.02 लाख पासपोर्ट बनाए गए हैं.
वर्ष 2023 में पंजाब में हर दिन औसतन 3271 पासपोर्ट बनाए गए। इस लिहाज से पंजाब में हर घंटे 130 से ज्यादा पासपोर्ट और हर महीने एक लाख से ज्यादा पासपोर्ट बन रहे हैं.
युवाओं में विदेश जाकर वहीं बसने की चाहत इतनी प्रबल होती है कि वे किसी भी तरह से कनाडा और अन्य देशों में पहुंचने की कोशिश करते हैं। सख्त विदेशी कानून भी पंजाबियों को नहीं रोक पा रहे हैं।
पंजाबियों के विदेश जाने के कारण पंजाब में युवाओं की संख्या लगातार कम हो रही है। पंजाब के कई शहरों और गांवों में अब केवल बुजुर्ग ही बचे हैं। केंद्रीय विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 9 सालों में पंजाब के करीब 28 हजार लोग देश की नागरिकता छोड़ चुके हैं.