देश में कितने जिले हैं? जानें कैसे बनता है एक नया जिला

अब तक लद्दाख में केवल दो जिले थे, लेह और कारगिल। लेकिन अब पांच नए जिले बनने के बाद लद्दाख में कुल 7 जिले हो जाएंगे. आपको बता दें कि मौजूदा क्षेत्रफल के हिसाब से लद्दाख हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, केरल, दिल्ली और नॉर्थ ईस्ट के राज्यों से काफी बड़ा है।
गौरतलब है कि साल 2019 में केंद्र सरकार ने लद्दाख को जम्मू-कश्मीर से अलग कर केंद्र शासित प्रदेश बना दिया था, लेकिन केंद्र सरकार द्वारा लद्दाख में 5 नए जिले बनाने की घोषणा के बाद विकास की गति तेज होने की उम्मीद है.
गौरतलब है कि साल 2019 में केंद्र सरकार ने लद्दाख को जम्मू-कश्मीर से अलग कर केंद्र शासित प्रदेश बना दिया था, लेकिन केंद्र सरकार द्वारा लद्दाख में 5 नए जिले बनाने की घोषणा के बाद विकास की गति तेज होने की उम्मीद है.
आपको बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 26 अगस्त को घोषणा की थी कि लद्दाख में 5 नए जिले बनाए जा रहे हैं. इसे मिलाकर अब कुल सात जिले हो जायेंगे. लेह और कारगिल के अलावा पांच नए जिलों के नाम ज़ांस्कर, दरस, शाम, नुब्रा और चांगथांग हैं, जो वर्तमान में यहां शहर हैं।
आपको बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 26 अगस्त को घोषणा की थी कि लद्दाख में 5 नए जिले बनाए जा रहे हैं. इसे मिलाकर अब कुल सात जिले हो जायेंगे. लेह और कारगिल के अलावा पांच नए जिलों के नाम ज़ांस्कर, दरस, शाम, नुब्रा और चांगथांग हैं, जो वर्तमान में यहां शहर हैं।
2011 की जनगणना के अनुसार, भारत में 593 जिले थे। 2001-2011 के बीच राज्यों द्वारा 46 नये जिले बनाये गये।
2011 की जनगणना के अनुसार, भारत में 593 जिले थे। 2001-2011 के बीच राज्यों द्वारा 46 नये जिले बनाये गये।
आपको बता दें कि 21 जून 2024 तक देश में 788 जिले थे, लेकिन लद्दाख में पांच नए जिले बनने के बाद कुल जिलों की संख्या 793 हो जाएगी. सर्वाधिक 75 जिले उत्तर प्रदेश में हैं। बता दें कि किसी भी राज्य में जिलों का गठन तब किया जाता है जब क्षेत्रफल बड़ा होने के कारण स्थानीय लोगों को सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पाता है. नये जिले बनने से लोगों को सरकारी सुविधाओं का लाभ लेने में आसानी होगी.
आपको बता दें कि 21 जून 2024 तक देश में 788 जिले थे, लेकिन लद्दाख में पांच नए जिले बनने के बाद कुल जिलों की संख्या 793 हो जाएगी. सर्वाधिक 75 जिले उत्तर प्रदेश में हैं। बता दें कि किसी भी राज्य में जिलों का गठन तब किया जाता है जब क्षेत्रफल बड़ा होने के कारण स्थानीय लोगों को सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पाता है. नये जिले बनने से लोगों को सरकारी सुविधाओं का लाभ लेने में आसानी होगी.