हरभजन सिंह: भारतीय क्रिकेट टीम ने अब तक तीन कप्तानों के नेतृत्व में विश्व कप का खिताब जीता है। जिसमें कपिल देव, एमएस धोनी और रोहित शर्मा का नाम शामिल है. सोशल मीडिया पर क्रिकेट फैंस एमएस धोनी और रोहित शर्मा की कप्तानी की खूब चर्चा कर रहे हैं.
इस बहस को लेकर पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह का मानना है कि एमएस धोनी और रोहित शर्मा दोनों अलग-अलग तरह के कप्तान हैं. जिनकी अपनी एक खास खासियत होती है. उन्होंने कहा, ‘एमएस धोनी खिलाड़ियों को उनकी गलतियों से सीखने का मौका देते हैं, जबकि रोहित शर्मा खिलाड़ियों के साथ बातचीत करते हैं और उन्हें आत्मविश्वास देते हैं।’
हरभजन ने पॉडकास्ट में आईपीएल से जुड़ा एक किस्सा याद करते हुए कहा, ‘जब मैं आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के लिए खेल रहा था। तब एक मैच के दौरान केन विलियमसन ने शार्दुल ठाकुर की गेंद पर लगातार दो चौके लगाए थे. तब मैंने धोनी को शार्दुल को अलग लेंथ से गेंदबाजी करने की सलाह दी. जिस पर धोनी ने जवाब दिया कि पाजी, अगर मैं उसे बताऊंगा तो वह कभी नहीं सीखेगा। उसे स्वयं सीखने दें. धोनी का मानना था कि खिलाड़ी अपनी गलतियों से जल्दी सीखते हैं।’
रोहित शर्मा के बारे में हरभजन ने कहा कि वह बहुत अलग हैं. रोहित हर खिलाड़ी से अलग-अलग मिलते हैं और उनसे बात करके उन्हें भरोसा दिलाते हैं कि आप अपना काम अच्छे से कर सकते हैं। एक महान कप्तान के रूप में रोहित के लिए सबसे बड़ा मोड़ तब आया जब उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में कप्तानी करना शुरू किया। क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में कप्तान को ज्यादा सावधानी से रणनीति बनानी पड़ती है और यही वजह है कि रोहित की कप्तानी में सुधार हुआ है. जिस तरह शेन वॉर्न हर खिलाड़ी के पास जाते थे और उसकी भूमिका समझाते थे, उसी तरह रोहित शर्मा भी टीम के खिलाड़ियों से बात करते हैं और उन्हें प्रेरित करते हैं।’