इस नदी में मिलते हैं हीरे, कई लोग बन चुके हैं करोड़पति

आपने सुना होगा कि अक्सर कई लोग लॉटरी जीतते हैं और रातों-रात ढेर सारा पैसा जीत लेते हैं। लेकिन क्या आपने ऐसी नदी के बारे में सुना है जिसमें हीरा बहता हो और कभी-कभी कुछ लोगों को वह मिल जाता हो? आज हम आपको भारत की एक ऐसी नदी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें कभी-कभी हीरे भी बहते हैं। आपको बता दें कि ये हम नहीं बल्कि वहां रहने वाले गांव के लोग कहते हैं. कुछ को नदी में हीरे भी मिले हैं।
किसी भी नदी में हीरा मिलना बहुत बड़ी बात है। लेकिन आज हम आपको जिस नदी के बारे में बताने जा रहे हैं, उस नदी में हीरे ढूंढकर कई लोग अमीर बन गए हैं।
किसी भी नदी में हीरा मिलना बहुत बड़ी बात है। लेकिन आज हम आपको जिस नदी के बारे में बताने जा रहे हैं, उस नदी में हीरे ढूंढकर कई लोग अमीर बन गए हैं।
आपको बता दें कि यह नदी बुंदेलखण्ड के पन्ना जिले में है। यह रूंज नदी अजयगढ़ तहसील से निकलती है। ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के मौसम में यह नदी बाढ़ के साथ हीरे भी लाती है। इसलिए हर साल बारिश के मौसम में लोग नदी के किनारे कंकड़-पत्थरों में हीरे ढूंढते नजर आते हैं।
आपको बता दें कि यह नदी बुंदेलखण्ड के पन्ना जिले में है। यह रूंज नदी अजयगढ़ तहसील से निकलती है। ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के मौसम में यह नदी बाढ़ के साथ हीरे भी लाती है। इसलिए हर साल बारिश के मौसम में लोग नदी के किनारे कंकड़-पत्थरों में हीरे ढूंढते नजर आते हैं।
अब आप सोच रहे होंगे कि ये हीरा अब तक किसे मिला है. जानकारी के मुताबिक, आखिरी बार 2 साल पहले यहां एक किसान को 72 कैरेट का हीरा मिला था. जब यह खबर फैली तो हजारों लोग हीरे की तलाश में आ गए।
अब आप सोच रहे होंगे कि ये हीरा अब तक किसे मिला है. जानकारी के मुताबिक, आखिरी बार 2 साल पहले यहां एक किसान को 72 कैरेट का हीरा मिला था. जब यह खबर फैली तो हजारों लोग हीरे की तलाश में आ गए।
आपको बता दें कि वन विभाग ने इस इलाके में ग्रामीणों के आने पर रोक लगा दी है. लेकिन इसके बावजूद भी लोग चोरी छुपे नदी के किनारे पहुंच जाते हैं.
आपको बता दें कि वन विभाग ने इस इलाके में ग्रामीणों के आने पर रोक लगा दी है. लेकिन इसके बावजूद भी लोग चोरी छुपे नदी के किनारे पहुंच जाते हैं.