भारतीय टीम के पूर्व और सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी गेम प्लानिंग और सटीक डीआरएस लेने की क्षमता से दुनिया को प्रभावित किया है। हम सबने देखा है कि कैसे धोनी ने विकेट के पीछे रहकर पूरे मैच की दिशा बदल दी थी. धोनी अच्छी तरह से जानते थे कि फील्डिंग कैसे सेट करनी है और गेंदबाजों को कहां गेंदबाजी करनी है।
इसीलिए धोनी को गेम चेंजर भी कहा जाता है. अब एक भारतीय अंपायर ने धोनी के डीआरएस लेने की सटीकता को लेकर बड़ी बात कही है. धोनी की DRS लेने की क्षमता से कई बार अंपायर भी हैरान रह जाते थे.
अंपायर अनिल चौधरी का बड़ा खुलासा
भारतीय अंपायर अनिल चौधरी ने पॉडकास्ट पर धोनी के रिव्यू सिस्टम के बारे में बात करते हुए कहा कि कभी-कभी ऐसा होता है कि कीपर पीछे रह जाता है, भले ही वह गेंदबाज की स्थिति नहीं देख पाता। लेकिन धोनी इन मामलों में बहुत चतुर थे. धोनी के फैसले अचूक नहीं थे, उनका शायद ही कोई फैसला गलत था. जिससे मैदान पर उनकी छवि और मजबूत हो गई. उन्होंने कहा कि धोनी के रिव्यू बेहद सटीक थे. दरअसल, अनिल चौधरी से जब पूछा गया कि इंटरनेट पर यह बात इतनी वायरल है कि डीआरएस का मतलब धोनी रिव्यू सिस्टम है तो अंपायर ने इस पर अपनी राय दी.
धोनी अपने सटीक डीआरएस के लिए जाने जाते हैं
धोनी को कई बार मैच के दौरान डीआरएस लेकर फील्ड अंपायर के फैसले को चुनौती देते देखा गया है. अब तक धोनी के ज्यादातर डीआरएस सटीक रहे हैं. भले ही धोनी अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेलेंगे, लेकिन आईपीएल में धोनी का वही जलवा देखने को मिल सकता है. अब भी फैंस धोनी की एक झलक पाने के लिए बेताब रहते हैं. जब भी धोनी आईपीएल में बल्लेबाजी करने उतरते हैं तो पूरा स्टेडियम माही-माही के नारे से गूंज उठता है।