क्या 2029 में दोबारा प्रधानमंत्री बनेंगे नरेंद्र मोदी? 5 साल पहले दिया था संकेत, जानिए क्या कहा था?

हालांकि 2029 के लोकसभा चुनाव के नतीजों में भारतीय जनता पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला, लेकिन पीएम मोदी को पूरा भरोसा है कि वह 2029 में दोबारा प्रधानमंत्री बनेंगे। 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खराब प्रदर्शन को लेकर बहस भले ही अभी खत्म नहीं हुई है, लेकिन इसकी चर्चा जारी है. आगामी चुनाव में बीजेपी पूरे दमखम के साथ आगे बढ़ रही है. इन सबके बीच अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि पांच साल बाद यानी 2029 में केंद्र में एनडीए की सरकार बनेगी. 

क्या 2029 में मोदी बनेंगे पीएम?
पीएम मोदी ने शुक्रवार को कहा कि वह 2029 में रिकॉर्ड लगातार चौथी बार सत्ता में लौटेंगे। पीएम मोदी ने संकेत दिया है कि पांच साल बाद केंद्र में एनडीए की ही सरकार बनेगी. मुंबई में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट को अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि यह पांचवां फिनटेक फेस्ट है और वह पांच साल बाद होने वाले दसवें फिनटेक फेस्ट में भी शामिल होंगे. यानी पीएम मोदी ने संकेत दिया कि पांच साल बाद भी केंद्र में उनकी ही सरकार बनेगी और वह बतौर पीएम फिनटेक फेस्ट में हिस्सा लेंगे. फिनटेक फेस्ट में पीएम मोदी ने यह भी कहा कि हमारा सर्वश्रेष्ठ अभी आना बाकी है. पीएम मोदी का यह वीडियो बीजेपी नेता संबित पात्रा ने अपने एक्स अकाउंट पर शेयर किया है जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. 

पीएम मोदी ने और क्या कहा
भारत के फिनटेक इनोवेशन की सराहना करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पहले भारत आने वाले विदेशी पर्यटक इसकी सांस्कृतिक विविधता से आश्चर्यचकित होते थे लेकिन अब वे इसकी फिनटेक विविधता से भी आश्चर्यचकित हैं। पीएम मोदी ने कहा कि भारत की फिटनेस क्रांति व्यापक है और आप इसे एयरपोर्ट से लेकर स्ट्रीट फूड और शॉपिंग सेंटर तक देख सकते हैं. उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में, मई उद्योग को 31 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का रिकॉर्ड निवेश प्राप्त हुआ है और स्टार्ट-अप में 500 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। 

उन्होंने कहा कि सस्ते मोबाइल फोन, सस्ता डेटा और जीरो बैलेंस से शुरू होने वाले जनधन खाते यह क्रांति लाए हैं। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कई लोगों ने भारत की फिनटेक प्रगति के बारे में आशंका व्यक्त की है और कहा है कि गांवों में न इंटरनेट कनेक्शन है और न ही बिजली कनेक्शन है. उन्होंने इस बात पर आश्चर्य जताया कि जब ज्ञान की देवी सरस्वती मां ज्ञान दे रही थीं तो कुछ स्वयंभू विशेषज्ञ पहले से ही संदेह व्यक्त कर रहे थे। वह सवाल कर रहे थे कि फिनटेक क्रांति कैसे हो सकती है। वे मेरे जैसे चावली से भी पूछते थे। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद भारत ने सिर्फ एक दशक में उल्लेखनीय प्रगति देखी है.