वड़ोदरा में बारिश ने भारी तबाही मचाई है, वड़ोदरा में बाढ़ का पानी घुस गया है और हर जगह लोग जलमग्न हो गए हैं, राज्य सरकार वड़ोदरा के प्रभावित इलाकों में नकद राशि से मदद करेगी, घरों को हुए नुकसान का मुआवजा भी राज्य सरकार देगी. क्षति पर सर्वेक्षण का आदेश दिया गया.
4 अधिकारियों को सौंपी गईं जिम्मेदारियां
नकद डोल और घर वखरी क्षति के भुगतान के लिए चार अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है, बाढ़ का पानी कम होने के बाद अधिकारी प्रभावित क्षेत्रों की जांच करेंगे और प्रभावित लोगों को नकद डोल और घर वखरी दी जाएगी, राज्य सरकार के मंत्री और सीएम भूपेन्द्र पटेल वडोदरा में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा करेंगे, नोट लिया गया और अधिकारियों से भी चर्चा की गई, फिर यह कैश डॉल जल्द ही दी जाएगी.
13 शव मिले
विश्वामित्री नदी का जलस्तर आज 26 फीट तक गिर गया है। जबकि अजवा झील का स्तर 213.70 फीट पर स्थिर है. वडोदरा और ग्रामीण इलाकों में अब जल जमाव नगण्य है। जैसे-जैसे बाढ़ का पानी घट रहा है, नुकसान के मंजर सामने आने लगे हैं. पानी कम होने के कारण शहर के अलग-अलग हिस्सों से 13 शव बरामद किए गए हैं. सोमवार, 26 अगस्त को जन्माष्टमी के दिन से शुरू हुई बारिश के कारण जलजमाव हुआ. तब विश्वामित्री नदी ने वडोदरा में बाढ़ ला दी।
चरणबद्ध तरीके से पहुंचायी जायेगी राहत सामग्री: सीएम
वडोदरा शहर जिले में बाढ़ प्रभावित लोगों को अब तक 2.74 लाख भोजन के पैकेट और 1.07 लाख पानी की बोतलें वितरित की जा चुकी हैं। जरूरतमंदों को अभी भी चरणबद्ध तरीके से राहत सामग्री वितरित की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि तत्काल निर्णय लेते हुए वडोदरा शहर जिले में बाढ़ के पानी में फंसे लोगों के बचाव कार्य के लिए सेना की तीन टुकड़ियां भेजी गईं, गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी, मुख्य सचिव बालकृष्ण शुक्ल, मुख्य सचिव राजकुमार, मप्र इस बैठक में हेमांग जोशी, महापौर पिंकीबेन सोनी, विधायक योगेशभाई पटेल, मनीषाबेन वकील, केयूर रोकडिया, चैतन्य देसाई, प्रभारी सचिव विनोद राव, मुख्यमंत्री के ओ.एस. उपस्थित थे. डी अतुल गोर, नगर निगम आयुक्त दिलीप राणा, कलेक्टर बिजल शाह, जिला विकास अधिकारी ममता हिरपारा, पदाधिकारी, अधिकारी और नेता उपस्थित थे।