अनूपपुर: पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत लोगों को रोजगार उपलब्‍ध कराने के निर्देश

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अनूपपुर, 29 अगस्त (हि.स.)। पीएम विश्वकर्मा योजना शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। जिले में पीएम विश्वकर्मा योजना का सभी संबंधित अधिकारी बेहतर क्रियान्वयन करें। जिले के लोगों को चिन्हित कर प्रशिक्षण दिलाएं तथा योजना का लाभ प्राथमिकता के आधार पर दिलाएं। शासन द्वारा निर्धारित गाइडलाइन के अनुसार योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को ट्रेनिंग भी कराएं। गुरूवार को कलेक्टर हर्षल पंचोली कलेक्ट्रेट के नर्मदा सभागार में आयोजित बैठक में पीएम विश्वकर्मा योजना के प्रगति की समीक्षा करते हुए कहीं।

कलेक्टर को अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि योजना के तहत 18 पारंपरिक व्यापारों को लाभ देना है। इस योजना के तहत लाभार्थियों को कम ब्याज में तीन लाख रुपये तक ऋण दिया जाता है, इस योजना का उद्देश्य अपने हाथों और औजारों की मदद से काम करने वाले कारीगरों, शिल्पकारों को सहायता प्रदान करना है। इस योजना से जुड़ने के बाद लाभार्थी को प्रशिक्षण दिया जाता है, इसके लिए रोजाना 500 रुपये का स्टाइपैंड दिया जाता है। साथ ही टूल किट खरीदने के लिए 15 हजार रुपये दिए जाते हैं।

पीएम विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत महाप्रबंधक जिला एवं व्यापार उद्योग केंद्र की अध्यक्षता में जिला स्तरीय मॉनिटरिंग समिति गठन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय मॉनिटरिंग समिति में अग्रणी जिला प्रबंधक, आईटीआई प्राचार्य, डीपीएम आजीविका मिशन, कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग के अधिकारी, खादी ग्रामोद्योग के अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी सदस्य होंगे, जो योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन हेतु समन्वित प्रयास करेंगे तथा योजना के प्रगति का आंकलन कर कलेक्टर कार्यालय को जानकारी प्रेषित करेंगे। बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि योजना के अंतर्गत तुलसी महाविद्यालय के विद्यार्थियों को भी जोड़ा जाए तथा जो योजना के अंतर्गत पात्र हैं, उन्हें भी प्रशिक्षण दिलाया जाए।

कलेक्टर ने कहा कि जिले के लोगों के अंदर कला एवं स्किल है, उसे डेवलप एवं प्रोत्साहित किया जाए। जिले में गोंड पेंटिंग, बीजापुरी शिल्प काष्ठ सहित अन्य विभिन्न कला जो अनूपपुर में विख्यात है, इनको योजना अंतर्गत प्रोत्साहित करने के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि यहां कि जो विशेष कलाएं हैं, उन्हें इस योजना के माध्यम से और आगे बढ़ाई जाए तथा उनकी मार्केटिंग की व्यवस्था की जाए, जिससे गरीब एवं आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को रोजगार के अवसर मुहैया हो सके। इस दिशा में अधिकारी बेहतर कार्य करें।

जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तन्मय वशिष्ठ शर्मा, जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक आर.एस. डाबर, जनजातीय कार्य विभाग की सहायक आयुक्त सरिता नायक, एनआरएलएम के डीपीएम शशांक प्रताप सिंह, सहायक संचालक उद्यान सुभाष चंद्र श्रीवास्तव, जिला अग्रणी प्रबंधक अजीत नम्बियार सहित जिले के अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहें।