दिल्ली रवाना हुए राज्यपाल बोस, अमित शाह से मिलने का कार्यक्रम

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कोलकाता, 29 अगस्त (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस गुरुवार को त्वरित निर्णय लेते हुए दिल्ली के लिए रवाना हो रहे हैं। गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के राज्य अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और पार्टी नेता दिलीप घोष ने राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की। इसके तुरंत बाद खबर आई कि राज्यपाल दिल्ली जाएंगे।

राजभवन के सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यपाल को दिल्ली बुलाया है, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि बंगाल की वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा हो सकती है।

मंगलवार को ‘पश्चिम बंगाल छात्र समाज’ नामक एक संगठन ने नबान्न (राज्य सचिवालय) तक विरोध मार्च निकाला, जिसमें भाजपा ने समर्थन दिया था। इस मार्च के बाद बुधवार को तृणमूल कांग्रेस के छात्र संगठन टीएमसीपी के स्थापना दिवस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर तीखा हमला किया। उनके कुछ बयानों को लेकर विवाद भी उत्पन्न हो गया। बुधवार को सुकांत मजूमदार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयानों पर आपत्ति जताई और उनके खिलाफ आवश्यक कदम उठाने की मांग की।

गुरुवार को, सुकांत मजूमदार ने राज्यपाल सीवी आनंद बोस से मुलाकात की और मुख्यमंत्री के बयानों के खिलाफ चिंता व्यक्त की। राजभवन से बाहर निकलने के बाद सुकांत ने कहा कि राज्य के सर्वोच्च पद पर रहते हुए इस प्रकार के बयान देना उचित नहीं है। मुख्यमंत्री के बयान बांग्लादेश की जमात के बयानों से मेल खा रहे हैं। उन्होंने असम, ओडिशा जैसे राज्यों के खिलाफ भी बातें की हैं। हमने राज्यपाल को बताया कि राज्य की कानून व्यवस्था चरमरा गई है, और उन्होंने जो भी संवैधानिक कदम उठाने की जरूरत समझें, वह उठाएं।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को एक रैली में कहा था, “हमने कहा था, बदला नहीं, बदलाव चाहिए। लेकिन अब मैं कहती हूं, जो करना है, वह आप समझकर करें।”

सुकांत मजूमदार ने अमित शाह को लिखे अपने पत्र में इस बयान का हवाला देते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के इस निर्लज्ज बयान से मैं आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं। इसके माध्यम से वे बदले की राजनीति को प्रोत्साहन दे रही हैं।

इसके अलावा, ममता के एक और बयान ने विवाद खड़ा कर दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि बंगाल में आग लगी तो असम, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जलेंगे। उनके इस बयान के बाद असम, ओडिशा जैसे भाजपा शासित राज्यों ने ममता पर एकजुट होकर हमला बोला था। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा और ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहनचरण माझी ने उनके बयान की कड़ी निंदा की थी। इन घटनाओं के बाद ही राज्यपाल को दिल्ली बुलाए जाने की खबर सामने आई है।