जोधपुर, 28 अगस्त (हि.स.)। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर एवं ब्राइट लाइफ केयर प्राइवेट लिमिटेड के बीच में समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस एमओयू के अंतर्गत दोनों संस्थान विभिन्न आयुर्वेदिक अनुसंधान परियोजनाओं में सहयोग करेंगे। इस समझौते का मुख्य उद्देश्य आयुर्वेद के क्षेत्र में नई तकनीकों और उपचार विधियों का विकास करना है, जिससे पारंपरिक चिकित्सा को और अधिक प्रभावी बनाया जा सके।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर (वैद्य) प्रदीप कुमार प्रजापति ने इस अवसर पर कहा कि यह समझौता आयुर्वेद के क्षेत्र में शोध कार्यों को एक नई दिशा देगा और दोनों संस्थानों के विशेषज्ञों के सहयोग से आयुर्वेदिक चिकित्सा में नए आयाम स्थापित होंगे। ब्राइट लाइफ केयर प्राइवेट लिमिटेड गुडग़ांव के प्रतिनिधि अनुपम त्रेहान ने कहा कि उनकी कंपनी को आयुर्वेद विश्वविद्यालय के साथ कार्य करने का यह सुनहरा अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि इस साझेदारी से न केवल गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा बल्कि आयुर्वेदिक उत्पादों की गुणवत्ता और उनकी प्रभावशीलता से संबंधित एविडेंस उत्पन्न होंगे।
विश्वविद्यालय के एमओयू प्रतिनिधि एवं कुलसचिव प्रो. गोविंद सहाय शुक्ला ने बताया कि इस एमओयू के माध्यम से आयुर्वेद के क्षेत्र में संयुक्त अनुसंधान एवं विकास परियोजनाएं शुरू की जाएगी। इसके अलावा ज्ञान, विज्ञान और संसाधनों का आदान-प्रदान, छात्रों और कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम, विश्वविद्यालय के सभी छात्रों और शिक्षकों के लिए विकास कार्यक्रम और कार्यशालाएं आयोजित करना, नए आयुर्वेदिक उत्पादों का विकास, आपसी हित के क्षेत्रों में अनुसंधान अध्ययन करना और प्रमुख वैज्ञानिक पत्रिकाओं में प्रकाशन को प्राथमिकता देना, आपसी हित के क्षेत्रों में शिक्षण और अनुसंधान की गतिविधियों के संबंध में सूचनाओं का आदान-प्रदान करना आदि शामिल है। इस अवसर पर उपकुलसचिव डॉ. मनोज कुमार अदलखा, प्रो ए नीलीमा रेड्डी, डॉ. राजाराम अग्रवाल, प्रो देवेंद्र सिंह चाहर, प्रो हरीश कुमार सिंघल, प्रो दिनेश चंद्र शर्मा, डॉ. ब्रह्मानंद शर्मा एवं डॉ. अनुराग गुप्ता उपस्थित रहें।