तिल के तेल के फायदे : तिल के तेल का इस्तेमाल भारतीय रसोई में सालों से होता आ रहा है। इसका इस्तेमाल खाना पकाने से लेकर सलाद ड्रेसिंग तक में किया जाता है। यह मुख्य रूप से अपने स्वाद और सुगंध के लिए जाना जाता है।
बहुत कम लोग इसके औषधीय गुणों से वाकिफ हैं। तिल के तेल में सेसमोल और सेसमिनॉल नामक दो एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत मददगार साबित होते हैं। खासकर अगर आपका एलडीएल कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ है, तो आपको अपने आहार में तिल का तेल जरूर शामिल करना चाहिए।
केवल 30 दिनों में कोलेस्ट्रॉल कम करें
एक अध्ययन के अनुसार तिल का तेल दिल के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह प्राकृतिक तरीके से कोलेस्ट्रॉल को कम करने का काम करता है। तिल के तेल का सेवन करने वाले 48 लोगों के अवलोकन से पता चला कि इसके सेवन से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स में जैतून के तेल का सेवन करने वालों की तुलना में बहुत अधिक कमी आई।
प्रतिदिन कितना तिल का तेल खाना चाहिए?
तिल के तेल के फायदे पाने के लिए रोजाना खाने में इसका 3-4 चम्मच इस्तेमाल करना फायदेमंद माना जाता है।
तिल के तेल से मिलते हैं ये फायदे भी
– तिल का तेल एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन ई और सेसमोलिन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। ये तत्व त्वचा को नमी प्रदान करते हैं, बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करते हैं और त्वचा को स्वस्थ रखते हैं।
– तिल के तेल में जिंक और सेसमोलिन जैसे तत्व पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। यह कब्ज और अन्य पाचन समस्याओं से राहत दिलाने में मददगार हो सकता है।
– तिल का तेल शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने में मददगार है।
– तिल के तेल का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल भी नियंत्रित रहता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए यह एक बेहतरीन विकल्प है।