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गुजरात बारिश अपडेट: पिछले कुछ दिनों से गुजरात में मेघराजा बारिश हो रही है। मौसम विभाग की ओर से राज्य में अगले 5 दिनों तक भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है, आज राज्य के 203 तालुका में दिन भर बारिश हुई. जिनमें नवसारी जिले में मेघराजा तूफानी बल्लेबाजी कर रहे हैं. खासकर जिले के खेरगाम में अब तक 263 मिमी (1.5 इंच) तक बारिश हो चुकी है.

नवसारी जिले के वांसदा में आज 148 मिमी (5.8 इंच), गणदेवी में 106 मिमी (4.1 इंच), चिखली में 106 मिमी (4.1 इंच), नवसारी शहर में 36 मिमी बारिश हुई। (1.4 इंच), जलालपोर में 32 मिमी. (एक चौथाई इंच) बारिश हो चुकी है.

इस प्रकार नवसारी जिले में 1/4 इंच से 1/4 इंच तक सार्वभौमिक वर्षा हुई है। जिससे जिले से गुजरने वाली पूर्णा और कावेरी नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, दोनों नदियां गंदितूर बन गई हैं. पूर्णा और कावेरी नदियों का जलस्तर खतरनाक स्तर को पार कर गया है. जिससे कांठ क्षेत्र के गांवों पर फिर से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। प्रशासन ने तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने की हिदायत भी दी है.

अन्य जिलों में बारिश के आंकड़े देखें तो, नर्मदा के डेडियापाड़ा में 222 मिमी, सागबारा में 203 मिमी, वलसाड के कपराडा में 184 मिमी, सुरेंद्रनगर के चोटिला में 172 मिमी, राजकोट में 163 मिमी, मोरबी के वांकानेर में 140 मिमी उदेपुर में 137 मिमी बारिश दर्ज की गई है। इस प्रकार राज्य के 95 तालुकाओं में 1 इंच से अधिक, 51 तालुकाओं में 2 इंच से अधिक, 33 तालुकाओं में 3 इंच से अधिक तथा 27 तालुकाओं में 4 इंच से अधिक वर्षा हुई है।

राज्य के 129 तालुका में शाम 6 बजे से 8 बजे तक अच्छी खासी बारिश हुई. जिसमें से मोरबी के हलवद में 96 मिमी (3.7 इंच), सुरेंद्रनगर के मोली में 90 मिमी (3.5 इंच), धांगधरा में 52 मिमी (2 इंच), चोटिला में 40 मिमी (डेढ़ इंच) बारिश हुई है.

सीएम भूपेन्द्र पटेल ने प्रभावित जिले के कलेक्टर से बातचीत की और स्थिति का जायजा लिया.
पिछले 24 घंटों में गुजरात के वलसाड, तापी, नवसारी, सूरत और नर्मदा और पंचमहल जिलों में भारी बारिश हुई है. इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने इन बारिश प्रभावित जिलों के कलेक्टरों से टेलीफोन पर बातचीत की और पूरी स्थिति का जायजा लिया. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने निचले इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने तथा पशुधन आदि की सुरक्षा के प्रबंधन के संबंध में भी निर्देश दिये. साथ ही वर्षा प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यकता पड़ने पर एसडीआरएफ-एनडीआरएफ टीम की सहायता के लिए भी