छतरपुरः थाने पर पथराव की घटना को मुख्य आरोपी ने बताया साजिश, सीएम से की निष्पक्ष जांच की मांग

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छतरपुर, 23 अगस्त (हि.स.)। मध्य प्रदेश के छतरपुर में गत दिनों कोतवाली थाने पर हुए पथराव के मामले में मुख्य आरोपित हाजी शहजाद अली ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर घटना को किसी की साजिश बताया है। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से घटना की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।

आरोपित ने वीडियो में कहा कि किसी ने इस तरह की घटना को अंजाम दिया है। जब टीआई और पुलिस लोगों को रोक रही थी, तभी उनमें झड़प हुई। इस दौरान असामाजिक तत्वों ने पत्थरबाजी की। पुलिस के कहने पर मैंने लोगों को रोका। मुझे भी पत्थर और चप्पल लगी। दोनों तरह से पत्थर चले। पुलिस ने भी पत्थर चलाए। माहौल बिगड़ता देख मैं वहां से निकल गया। मुख्यमंत्री के पास सच्चाई नहीं पहुंची। मेरे बारे में पुलिस प्रशासन को गुमराह किया गया। कुछ असामाजिक तत्वों ने यह घटना कराई है। इसकी निष्पक्ष जांच होना चाहिए। मैं मुख्यमंत्री से भी इसकी जांच कराने की मांग करता हूं।

गौरतलब है कि बीते बुधवार को महाराष्ट्र के नासिक में महंत रामगिरि द्वारा कथित तौर पर पैगम्बर साहब के खिलाफ दिए गए आपत्तिजनक बयान के खिलाफ शहर सदर जावेद अली एवं पूर्व सदर शहजाद अली के साथ 100-150 लोग ज्ञापन देने के लिए कोतवाली थाने पहुंचे थे। इस दौरान पुलिस और प्रशासन की टीम ने पहुंच कर समुदाय के लोगों से चर्चा की और ज्ञापन प्राप्त कर अभिस्वीकृति दी। मौके पर प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों द्वारा उन्हें समझाइश दी गई। इसके बाद कुछ उपद्रवी लोगों द्वारा थाने पर पथराव किया गया। इस घटना में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और कोतवाली थाना प्रभारी अरविंद कुंजूर सहित 10 लोग घायल हो गए। उपद्रवियों ने शासकीय सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाया। उपद्रवियों को तितर-बितर करने और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आवश्यक बल प्रयोग किया। प्रकरण की विवेचना दौरान आरोपियों को चिह्नित करने और धरपकड़ के लिए पुलिस टीमें गठित की गईं। सीसीटीवी फुटेज एवं घटना के विभिन्न वीडियो फुटेजों का बारीकी से अवलोकन कर आरोपियों की पहचान की गई।

इस मामले में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया पर जारी किए अपने बयान में इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद गुरुवार को आईजी प्रमोद कुमार और कमिश्नर वीरेन्द्र रावत भी छतरपुर आए थे। गुरुवार को ही पुलिस ने पथराव के मुख्य आरोपी पूर्व कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष हाजी शहजाद अली की आलीशान कोठी पर बुलडोजर चलवाया। इस दौरान अंदर खड़ी फॉर्च्यूनर समेत तीन कारों को जेसीबी की मदद से दीवार तोड़कर बाहर निकाला गया। कारों पर भी जेसीबी चढ़ा दी गई। मुख्य आरोपी शहजाद अली परिवार समेत फरार हो गया था। बुलडोजर चलाने की कार्रवाई को लेकर संभाग आयुक्त डॉ. वीरेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि कोठी 20 हजार वर्ग फीट में बगैर परमिशन के बनाई गई थी।

पुलिस और प्रशासन की टीम अब 45 अन्य आरोपितों के अवैध निर्माण पर भी बुलडोजर चलाने की तैयारी है। बताया जा रहा है कि इन आरोपितों की लिस्ट तैयार हो चुकी है। जिला प्रशासन ने गुरुवार देर रात नगर पालिका में नामजद आरोपितों के मकान की परमिशन की जांच की, जिसमें 45 लोगों के मकान की परमिशन नहीं पाई गई है। इससे पहले शुक्रवार होने पर मस्जिदों के बाहर कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए। इस मामले में पुलिस ने 46 नामजद और डेढ़ सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इनमें 30 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है।