खूंटी, 23 अगस्त (हि.स.)। केंद्र सरकार की नीतियों कें खिलाफ झारखण्ड मुक्ति मोर्चा ने जिलाध्यक्ष जुबैर अहमद के नेतृत्व में शुक्रवार को झारखंडी अधिकार मार्च निकाल और केंद्र की मोदी सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया। विरोध मार्चं स्थानीय भगत सिंह से नेताजी चौक तक निकाला गया, जो डाक बंगला रोड होते हुए पुनः भगत सिंह चौक तक आया।
बाद में पार्टी कार्यकर्ताओं ने उपायुक्त कार्यालय कें समक्ष प्रदर्शन भी किया। जुबैर अहमद ने कहा कि जब से झारखण्ड में हेमंत सोरेन की सरकार बनी है, तब से भाजपा इसे अस्थिर करने के प्रयास में लगी है। ईडी, सीबीआई का सहारा लेकर जनता द्वारा चुनी गयी लोकप्रिय सरकार को अस्थिर करने की साजिश में लगी है। उन्होंने कहा कि रुपयों के बल पर सरकार को तोड़ने में लगी है, पर उनका यह मंसूबा कभी पूरा नहीं होगा।
भाजपा राज्य को तोड़ने में लगी है, जबकि झामुमो राज्य को जोड़ने का काम कर रहा है।. उन्होंने कहा कि केंद्र झारखंडियों के हितों से खिलवाड़ कर रही है। राज्य के हित के लिए सरकार ने 1932 के खतियान पर आधारित नीति लागू करने, सरना धर्म कोड लागू करने आदि का प्रस्ताव विधानसभा से पारित कर केंद्र सरकार को भेजा, लेकिन केंद्र सरकार इन सब मुद्दों पर कोई जबाब नहीं देती। राज्य सरकार की बकाया राशि भी केंद्र सरकार नहीं दें रही है।
इन सब मुद्दों पर केंद्र सरकार को जबाब देना चाहिए।. केंद्रीय समिति सदस्य सुदीप गुड़िया ने कहा कि हेमंत सोरेन जनता के हित में कई काम कर रहे हैं। उनकी लोकप्रियता से घबरा कर भाजपा के इशारे पर उन्हें झूठे मुक़दमे में जेल भेजा गया। इसका जबाब झारखंड की जनता चुनाव में देगी। महिला मोर्चा अध्यक्ष स्नेहलता कंडुलना ने कहा कि राज्य सरकार ने महिला सशक्तीकरण तथा नारी सम्मान के लिए काम कर रही है।
मंइयां सम्मान योजना से महिलाओं का सम्मान बढ़ा है। सुशील पाहन ने कहा कि जब से हेमंत सोरेन की सरकार राज्य में बनी है, विकास में तेजी आई है जो केंद्र सरकार को हजम नहीं हो रहा है।