100 बच्चियों से रेप मामले में 32 साल की सजा, 6 आरोपियों को उम्रकैद, 5-5 लाख का जुर्माना

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अजमेर रेप केस 1992 : देश के सबसे बड़े और विवादित अजमेर के सेक्स स्कैंडल और ब्लैकमेल स्कैंडल पर 32 साल बाद आखिरकार फैसला आ गया है। मामले की सुनवाई अजमेर की विशेष अदालत पोक्सो कोर्ट संख्या 2 में आरोपियों की मौजूदगी में हुई, जिसमें सात में से छह आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई. इसके साथ ही आरोपियों पर पांच-पांच लाख का जुर्माना भी लगाया गया है.

2021 में छह आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया

इससे पहले मंगलवार को सुनवाई हुई, जिसमें सभी आरोपियों को दोषी करार दिया गया. आरोपियों में नफीस चिश्ती, नसीम उर्फ ​​टार्जन, सलीम चिश्ती, इकबाल भाटी, सोहिल गनी, सैयद जमीर हुसैन शामिल हैं। इन छह आरोपियों के खिलाफ 23 जून-2021 को आरोप पत्र दाखिल किया गया था. फिर जुलाई-2024 में ट्रायल कोर्ट में सुनवाई पूरी हुई.

 

100 से ज्यादा कॉलेज लड़कियों से छेड़छाड़

दरअसल, साल 1992 में 100 से ज्यादा कॉलेज लड़कियों के साथ रेप और उनकी न्यूड तस्वीरें वायरल होने के बाद पूरे देश में हंगामा मच गया था। इस घटना में पुलिस ने 18 लोगों को आरोपी बनाया था, जिसमें नौ आरोपियों की सुनवाई पूरी हो चुकी थी और एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली थी. जबकि एक आरोपी अभी भी फरार है, उसे कोर्ट ने भगोड़ा घोषित कर दिया है.