हुगली, 17 अगस्त (हि.स.)। हुगली जिले के जाने-माने सरकारी सहायता प्राप्त हिंदी विद्यालय रिषड़ा विद्यापीठ(यूनिट 2) के 55वें स्थापना दिवस समारोह के दूसरे और अंतिम दिन शनिवार को रिषड़ा के रविंद्र भवन में विद्यालय के भूतपूर्व शिक्षक इकट्ठा हुए और विद्यालय के स्वर्णिम भविष्य की कामना की। विद्यालय के भूतपूर्व शिक्षकों ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान लंबे समय तक विद्यालय में नौकरी की है लेकिन किसी हिंदी माध्यम विद्यालय को इतना भव्य कार्यक्रम करते हुए नहीं देखा। मौके पर मौजूद अन्य विद्यालय के प्रधानाचार्यों ने कहा कि वे इस कार्यक्रम से सीख लेंगे और भविष्य में अपने विद्यालयों के छात्र छात्राओं को लेकर ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे। ऐसे भव्य कार्यक्रम के सफलतापूर्वक आयोजन का श्रेय भूतपूर्व शिक्षकों ने विद्यालय के युवा प्रधानाचार्य रौशन मल और उनकी युवा टीम को देते हुए उनकी खूब सराहना की।
दरअसल, शुक्रवार से रिषड़ा के रविंद्र भवन में रिषड़ा विद्यापीठ(यूनिट 2) के 55 में स्थापना दिवस के मौके पर दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। पहले दिन अर्थात शुक्रवार को विद्यालय के छात्रों ने कविता पाठ, भाषणों एवम् अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से अपने कला और कौशल का प्रदर्शन किया था। दूसरे दिन यानी शनिवार को छात्राओं की बारी थी। इस दिन छात्राओं ने राष्ट्रभक्ति गीत, मूक नाटक और राष्ट्रभक्ति गीतों पर नृत्य एवं अभिनय के माध्यम से मौजूद लोगों का दिल जीत लिया। विद्यालय के प्रधानाचार्य रौशन मल ने कहा कि शिक्षा सही अर्थों में छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास का नाम है। भविष्य में भी विद्यालय की ओर से इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन होता रहेगा।