चुनाव आयोग आज जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा. इससे पहले राज्य में प्रशासनिक स्तर पर बड़ा बदलाव हुआ है. सरकार ने राज्य में करीब 200 सिविल और पुलिस अधिकारियों का तबादला कर दिया है. आईपीएस सुधा को आईएएस से बदल दिया गया है.
विधानसभा चुनाव की तारीखों का आज होगा ऐलान
बता दें कि आज शाम तीन बजे केंद्रीय चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी. जिसमें जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी. राज्य में अनुच्छेद-370 हटने के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. 2019 में राज्य और केंद्र शासित प्रदेश के गठन के बाद से, जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक दल जल्द चुनाव कराने और पूर्ण राज्य का दर्जा बरकरार रखने की मांग कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को जम्मू-कश्मीर में सितंबर तक विधानसभा चुनाव पूरा करने का भी निर्देश दिया.
पिछला चुनाव 2014 में हुआ था
जम्मू-कश्मीर विधानसभा के चुनाव आखिरी बार राज्य के गठन से पहले 2014 में हुए थे। जम्मू-कश्मीर विधानसभा की 87 सीटों के लिए करीब 65 फीसदी वोटिंग हुई. चुनाव नतीजों पर नजर डालें तो बीजेपी को सबसे ज्यादा 23 फीसदी वोट मिले, लेकिन पार्टी 25 सीटों के साथ पीडीपी के बाद दूसरे नंबर पर रही. पीडीपी 28 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी.
जम्मू-कश्मीर की 90 सीटों पर चुनाव
नए परिसीमन का काम पूरा न होने के कारण जम्मू-कश्मीर में लंबे समय से विधानसभा चुनाव नहीं हो सके थे. मई-2023 में नए परिसीमन के बाद जम्मू-कश्मीर विधानसभा में सीटों की संख्या अब 90 हो गई है. इस तरह जम्मू में 43 और कश्मीर में 47 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं. साल 2014 में 87 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुए थे. जिनमें से 37 सीटें जम्मू की और 46 सीटें कश्मीर घाटी की, छह सीटें लद्दाख की थीं.