15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सपने का खुलासा किया है. लाल किले पर भाषण के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत को 2036 में ओलंपिक की मेजबानी करनी चाहिए. उन्होंने इसे अपना सपना बताया है. उन्होंने कहा कि भारत अब बड़े पैमाने पर आयोजनों की मेजबानी के लिए तैयार है.
पीएम मोदी ने कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करके भारत ने दिखाया है कि हमारा देश बड़े पैमाने पर आयोजन कर सकता है. आज हमारे साथ ओलंपिक में तिरंगा लहराने वाला वह युवा मौजूद है. मैं 140 करोड़ भारतीयों की तरफ से सभी एथलीटों और खिलाड़ियों को बधाई देता हूं। कुछ ही दिनों में भारतीय दल पैरालंपिक में भाग लेने के लिए पेरिस रवाना होगा, जिसके लिए मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि 2036 ओलंपिक की मेजबानी भारत का सपना है और सरकार इसके लिए प्रयास कर रही है. इसी महीने खेल मंत्री मनसुख मांडव्य ने भी लोकसभा में कहा था कि भारत ओलंपिक की मेजबानी की कोशिश कर रहा है. अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति यह तय करती है कि ओलंपिक खेलों की मेजबानी कौन करेगा। 2028 ओलंपिक की मेजबानी अमेरिकी शहर लॉस एंजिल्स को सौंपी गई है। वहीं, 2032 ओलंपिक खेल ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन में होंगे।
आपको बता दें कि भारत ने 2020 पैरालंपिक खेलों में कुल 19 पदक जीते। भारतीय एथलीटों ने 5 स्वर्ण, 8 रजत और 6 कांस्य पदक जीतकर देश को गौरवान्वित किया। इस बार भारतीय टीम में कुल 84 एथलीट होंगे, जो 12 खेलों में हिस्सा लेंगे. 2020 पैरालिंपिक में भारत एथलेटिक्स में सबसे सफल रहा। जिसमें कुल 8 पदक प्रदान किये गये। शूटिंग और बैडमिंटन में क्रमश: 5 और 4 मेडल आए.