पाकिस्तान आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी करेगा, जहां सबसे बड़ी चुनौती टीम को सुरक्षा मुहैया कराना होगी. सुरक्षा कारणों से संभावना है कि टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान नहीं जाएगी और भारत के मैच श्रीलंका या यूएई में होंगे. चैंपियंस ट्रॉफी में खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर न सिर्फ भारत चिंतित है बल्कि अब पाकिस्तान के एक पूर्व खिलाड़ी ने भी इसे लेकर अपनी चिंता जाहिर की है. इस पूर्व क्रिकेटर ने सुरक्षा मुद्दे को लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को चेतावनी दी है.
यह खिलाड़ी कौन है?
पूर्व क्रिकेटर बासित अली वो खिलाड़ी हैं जिन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को सुरक्षा को लेकर चेताया था. बासित अली ने पाकिस्तान के लिए 19 टेस्ट और 50 वनडे मैच खेले हैं. बासित अली के नाम टेस्ट क्रिकेट में 858 रन और वनडे क्रिकेट में 1265 रन हैं. बासित अली पाकिस्तान ए टीम के मुख्य कोच भी रह चुके हैं.
बासित अली ने क्या कहा?
बासिल अली का कहना है कि आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को करनी है. 1996 विश्व कप के बाद पाकिस्तान में यह पहला आईसीसी आयोजन होगा। 1996 वनडे विश्व कप की मेजबानी भारत और श्रीलंका के साथ पाकिस्तान ने संयुक्त रूप से की थी। बासित अली ने आगे कहा कि चैंपियंस ट्रॉफी से पहले पाकिस्तान को बांग्लादेश, इंग्लैंड और वेस्टइंडीज की टीमों की मेजबानी करनी है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को इस सीरीज के दौरान पूरी सुरक्षा रखनी होगी. अगर इस सीरीज में कुछ हुआ तो पाकिस्तान से चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी छिन सकती है. बासित अली ने ये बयान अपने यूट्यूब चैनल पर दिया है.
टीमों को राष्ट्रपति सुरक्षा मिलनी चाहिए
बासित अली ने कहा कि ‘भगवान न करे, अगर इस दौरे पर कुछ हुआ तो चैंपियंस ट्रॉफी यहां नहीं खेली जाएगी. बलूचिस्तान और पेशावर में हमारे जवान शहीद हो रहे हैं. ऐसा क्यों हो रहा है इसका जवाब तो सरकार ही दे सकती है, लेकिन ये गलत है. विदेशी टीमों को हमारे प्रधान मंत्री और राष्ट्रपति के समान सुरक्षा मिलनी चाहिए। मुझे यकीन है कि मोहसिन नकवी को इन बातों की जानकारी है.
श्रीलंकाई टीम पर हमला हुआ
3 मार्च 2009 को पाकिस्तान दौरे पर गई श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर हमला हुआ। इस हमले में श्रीलंकाई खिलाड़ियों की जान बच गई. इसके बाद से टीमें पाकिस्तान का दौरा करने से बचती हैं. न्यूजीलैंड टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ वनडे सीरीज से पहले सुरक्षा चिंताओं के कारण 2021 में दौरा पहले ही छोड़ दिया था। इसके बाद इंग्लैंड की टीम ने भी अपना दौरा रद्द कर दिया.