बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद जेल में आतंकी संगठन, भारत पर हमले की साजिश की आशंका

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बांग्लादेश संकट: बांग्लादेश में जारी राजनीतिक उथल-पुथल का असर भारत पर भी देखने को मिल रहा है. इस घटना के बाद एक तरफ जहां सीमा पर चुनौतियां बढ़ गई हैं, वहीं दूसरी तरफ आतंकी संगठनों के सक्रिय होने का खतरा भी बढ़ गया है. बताया जा रहा है कि बांग्लादेश में छात्र शेख हसीना की सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन तमाम खुफिया रिपोर्ट से संकेत मिलता है कि हिंसा के पीछे आतंकी संगठनों की सक्रिय भूमिका थी। अब खबरें आ रही हैं कि ये आतंकी संगठन पाकिस्तानी आतंकी संगठनों के साथ मिलकर भारत पर हमले की साजिश रच रहे हैं.

पाकिस्तान-बांग्लादेश आतंकियों से जुड़ गया

रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) ने भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों में आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए बांग्लादेश की अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) के साथ साझेदारी की है। खुफिया जानकारी से पता चलता है कि बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल में पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) ने प्रमुख भूमिका निभाई। बांग्लादेश में हिंसा फैलाने के लिए इसे जमात-ए-इस्लामी और एबीटी समेत अन्य उग्रवादी समूहों ने समर्थन दिया था। 

 

अंसारुल्लाह बांग्ला टीम क्या है?

अंसारुल्लाह बांग्ला टीम एक बांग्लादेशी आतंकवादी संगठन है। इसकी शुरुआत 2007 में जमात उल-मुस्लिमीन के रूप में हुई थी, लेकिन धन की कमी के कारण संगठन बंद हो गया। इसके बाद इसे 2013 में अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) के रूप में फिर से लॉन्च किया गया। समूह को 2015 में प्रतिबंधित कर दिया गया था। बाद में यह संगठन अंसार अल-इस्लाम के रूप में फिर से उभरा। 2017 में इस पर फिर से प्रतिबंध लगा दिया गया। अंसार अल-इस्लाम ने तब से खुद को अल कायदा (एक्यूआईएस) की बांग्लादेशी शाखा के रूप में स्थापित कर लिया है। संगठन पर बांग्लादेश में कई धर्मनिरपेक्ष लोगों की हत्या का आरोप है, दक्षिण एशिया आतंकवाद पोर्टल के अनुसार, 2013 से पूरे बांग्लादेश में लगभग 425 एबीटी/अंसार अल-इस्लाम सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है।

बांग्लादेश में फिलहाल 9 आतंकी संगठन सक्रिय हैं

1. अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी)

2. अंसार अल-इस्लाम

3. लश्कर-ए-तैयबा (LeT)

4. हरकत-उल-जिहाद अल-इस्लामी बांग्लादेश (हुजी-बी)

5. विजिलेंस मुस्लिम जनता बांग्लादेश (JMJB)

6. जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी)

7. पूर्वी बंगाल की कम्युनिस्ट पार्टी (पीबीसीपी)

8. इस्लामिक छात्र शिविर (आईसीएस)

9. इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस)

 

शेख हसीना ने इन संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया

गौरतलब है कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इन आतंकी संगठनों पर लगाम लगाने के लिए कई ठोस कदम उठाए थे. हाल ही में जब बांग्लादेश में छात्रों का विरोध प्रदर्शन चल रहा था तो शेख हसीना ने कहा था कि ये हिंसक विरोध प्रदर्शन छात्रों ने नहीं बल्कि आतंकवादियों ने किया है. शेख़ हसीना ने अपने कार्यकाल के दौरान जमान-ए-इस्लामी जैसे कई संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया।