सभी विद्यालयों को स्कूल आपदा प्रबंधन प्लान तैयार करना अंत्यत जरूरी : डीसी

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धर्मशाला, 12 अगस्त (हि.स.)। उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा ने कहा कि सभी सरकारी तथा निजी विद्यालयों को स्कूल आपदा प्रबंधन प्लान तैयार करना अत्यंत जरूरी है। इसी के चलते आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से स्कूल सेफ्टी ऐप भी तैयार किया गया है ताकि नियमित तौर पर विद्यालयों में आपदा से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की जा सके।

सोमवार को उपायुक्त कार्यालय के सभागार में आपदा प्रबंधन की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त हेमराज बैरवा ने यह जानकारी दी।

उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कांगड़ा जिला के शतप्रतिशत विद्यालयों में स्कूल सेफ्टी ऐप डाउनलोड करवाना सुनिश्चित करें। इस ऐप पर जिला के सभी सरकारी व निजी स्कूलों द्वारा आपदा प्रबंधन योजना को अपलोड किया जाना है। उन्होंने कहा कि विद्यालय स्तर पर भूस्खलन, बाढ़, आग और भूकंप जैसी आपदाओं पर मॉक ड्रिल भी नियमित तौर पर आयोजित की जाए ताकि विद्यार्थी आपदा प्रबंधन में भी दक्ष हो सकें।

सुरक्षित भवन निर्माण के लिए प्रत्येक पंचायत के मिस्त्रियों को मिलेगा प्रशिक्षण

उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि मानसून से संबंधित आपदाओं से निपटने और भूस्खलन, भूकंप और आग जैसे खतरों के प्रति प्रतिरोधी सुरक्षित निर्माण प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से प्रत्येक पंचायत के मिस्त्रियों के प्रशिक्षण देने का कार्यक्रम भी आरंभ किया गया है इसके तहत विभिन्न स्तरों पर विशेषज्ञ इंजीनियर मिस्त्रियों को सुरक्षित भवन निर्माण को लेकर प्रशिक्षित करें इस के लिए प्रतिभागी मिस्त्रियों को आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से मानदेय का प्रावधान भी किया गया है।

विभिन्न कार्यों के पुननिर्माण के लिए आवंटित धनराशि को करें शीघ्र खर्च

उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि आपदा के तहत क्षतिग्रस्त सड़कों, पेयजल योजनाओं, क्रेट वाॅल निर्माण के लिए विभिन्न विभागों को धनराशि उपलब्ध करवाई गई है तथा इन कार्यों के लिए आवंटित राशि को शीघ्र खर्च कर उपयोग प्रमाण पत्र दें तभी अगली इंस्टालमेंट जारी हो पाएगी। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि आपदा प्रबंधन के लिए विभिन्न स्तरों पर उपकरण भी उपलब्ध करवाए गए हैं तथा इनका सही उपयोग सुनिश्चित किया जाए।

इस अवसर पर लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति तथा विद्युत, कृषि, बागबानी विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।