भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) प्रबंधन ने फरीदाबाद की सीमा में 148 एनए-डीएनडी-केएमपी एक्सप्रेसवे पर अक्टूबर से यातायात चलाने की तैयारी शुरू कर दी है। फरीदाबाद शहरी सीमा में एक्सप्रेसवे के काम की समय सीमा अब बढ़ा दी गई है। बीच-बीच में हो रही बारिश के कारण काम में देरी हो रही थी, जिसके चलते एनएचएआई प्रबंधन ने इसकी समय सीमा बढ़ा दी है।
फिलहाल शहर की सीमा में इस एक्सप्रेसवे का अंतिम चरण चल रहा है। इसमें सर्विस रोड, एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ रैंप बनाकर उसे आसपास की सड़कों से जोड़ना, सफेद पट्टी, जेब्रा क्रॉसिंग, स्ट्रीट लाइट, पेड़ लगाना और साइन बोर्ड लगाना शामिल है।
वहीं, सेक्टर-3-8, बीपीटीपी फ्लाईओवर, सेक्टर-37 फ्लाईओवर आदि में स्लैब डालने का काम चल रहा है। सभी फ्लाईओवर का काम 20 दिन के अंदर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इन फ्लाईओवर पर सिर्फ मामूली काम बाकी है। एनएचएआई प्रबंधन को उम्मीद है कि दिल्ली-फरीदाबाद के मीठापुर बॉर्डर से सेक्टर-65 एक्सप्रेसवे तक फ्लाईओवर का काम 30 सितंबर तक पूरा हो जाएगा। यह काम होते ही 59 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे में से हरियाणा की सीमा में 46.5 किलोमीटर काम पूरा हो जाएगा। एक्सप्रेसवे पर सेक्टर-65 से लेकर पलवल के मंडकौला गांव तक ट्रैफिक दौड़ रहा है। अक्तूबर से वाहन चालक दिल्ली के मीठापुर से मंडकौला गांव तक सीधा सफर कर सकेंगे।
किरंज गांव में टोल शुरू हो गया है
यह एक्सप्रेसवे दिल्ली और फरीदाबाद की सीमा में टोल फ्री होगा। पलवल के मंडकौला गांव से पहले किरंज गांव में इस एक्सप्रेसवे पर टोल प्लाजा शुरू हो गया है। दिल्ली के महारानी बाग से फरीदाबाद के कैल गांव में दिल्ली-आगरा हाईवे पर चढ़ने और उतरने के लिए बनाए गए इंटरचेंज तक आप टोल फ्री सफर कर सकते हैं। फरीदाबाद से दिल्ली जाने के लिए यह पहला टोल फ्री एक्सप्रेसवे होगा
दिल्ली सीमा पर अगले साल पूरा हो जाएगा काम
दिल्ली में महारानी बाग के पास डीएनडी फ्लाईओवर से शुरू होने वाले 59 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे में से 12.5 किलोमीटर हिस्सा दिल्ली की सीमा में बनाया जा रहा है। दिल्ली की सीमा में निर्माण कार्य देर से शुरू हुआ। सात किलोमीटर से ज्यादा हिस्सा एलिवेटेड है। दिल्ली की सीमा में यह एक्सप्रेसवे अगले साल मार्च के बाद बनकर तैयार हो जाएगा।