NEET-PG Exam 2024: सुप्रीम कोर्ट ने रविवार 11 अगस्त को होने वाली NEET-PG परीक्षा को स्थगित करने की मांग वाली याचिका को खारिज कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार (9 अगस्त) को मामले की सुनवाई करते हुए NEET-PG परीक्षा को स्थगित करने से इनकार कर दिया। भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा, “हम नई शिक्षा नीति नहीं बना सकते हैं, और यह कोई आदर्श दुनिया नहीं है”। याचिका में दावा किया गया है कि उम्मीदवारों को ऐसे शहर आवंटित किए गए हैं, जहां पहुंचना उनके लिए बेहद असुविधाजनक है।
सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की पीठ ने कहा कि वे पांच छात्रों के लिए दो लाख छात्रों के करियर को खतरे में नहीं डाल सकते। पीठ ने कहा, “हम ऐसी परीक्षा को कैसे स्थगित कर सकते हैं। श्री संजय हेगड़े, आजकल लोग सिर्फ परीक्षा स्थगित करने की मांग करते हैं। यह आदर्श दुनिया नहीं है। हम अकादमिक विशेषज्ञ नहीं हैं।”
याचिकाकर्ताओं की ओर से पेश हुए वकील संजय हेगड़े ने कहा कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा, स्नातकोत्तर (नीट-पीजी) को पुनर्निर्धारित करने की आवश्यकता है क्योंकि एक परीक्षा सुबह और एक दोपहर में आयोजित की जानी है।
याचिका स्वीकार करने से इनकार
शीर्ष अदालत ने कहा कि अगर याचिका स्वीकार कर ली गई तो दो लाख छात्रों और चार लाख अभिभावकों को नुकसान होगा। पीठ ने पूछा, ‘क्या हमें पांच याचिकाकर्ताओं के कहने पर दो लाख छात्रों का करियर खतरे में डालना चाहिए?’ मुख्य न्यायाधीश ने कहा, ‘हम इन याचिकाकर्ताओं के कारण इतने सारे उम्मीदवारों का करियर खतरे में नहीं डाल सकते।’
याचिकाकर्ताओं की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता संजय हेगड़े ने दलील दी कि अभ्यर्थियों के लिए सुबह एक परीक्षा और दोपहर में दूसरी परीक्षा देना मुश्किल होगा। इसके साथ ही सीजेआई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने याचिका खारिज कर दी और आदेश दिया, “हम इस (याचिका) पर विचार नहीं कर रहे हैं।”
इसे एक बार स्थगित किया जा चुका है
याचिका में कहा गया है कि कई अभ्यर्थियों को ऐसे शहर आवंटित किए गए हैं, जहां पहुंचना उनके लिए बेहद असुविधाजनक है। इसमें कहा गया है कि परीक्षा शहर 31 जुलाई को आवंटित किए गए थे। जबकि विशेष केंद्रों की घोषणा 8 अगस्त को की जाएगी।
नीट-पीजी परीक्षा पहले 23 जून को आयोजित होने वाली थी। कुछ अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ‘एहतियाती उपाय’ के तौर पर इसे स्थगित कर दिया था।