आदिवासी समाज को अपनी पहचान बनाए रखने की जरूरत: मंत्री

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पलामू, 9 अगस्त (हि.स.)। अद्दिकुडुख सरना समाज पलामू के तत्वावधान में मेदिनीनगर सदर प्रखंड के पोखराहा कला केन्द्रीय सरना स्थल के धुमकुड़िया भवन के समीप मैदान में विश्व आदिवासी दिवस समारोह का अयोजन किया गया।

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि राज्य के वित मंत्री रामेश्वर उरांव एवं समानित अतिथि के तौर पर आयुक्त बालकिशन मुंडा ने भाग लिया। इनके अलावा विशिष्ठ अतिथि एमएमसीएच के प्राध्यापक डा. आरके रंजन, सदर प्रमुख बसंती उरांव, सतबरवा की जिला पार्षद सुधा कुमारी उरांव, सदर की बासो देवी ने भाग लिया।

मौके पर मुख्य अतिथि मंत्री उरांव ने कहा कि अपनी पहचान बनाए रखने की अति आवश्यकता है। पूर्वजों के बनाए हुई अपनी भाषा, संस्कृत, सामाजिक रीति, रिवाजों, परंपरा एवं महत्व, प्रधान, पाहन, पढहा जैसी व्यवस्था को बनाए रखना चाहिए। इन सभी को बनाए रखने के लिए शिक्षित आवश्यक है। इसलिए बच्चों को किसी भी परिस्थिति में पढ़ाना जरूरी है। प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि आज आदिवासी समाज को संकल्प लेना चाहिए कि परिवार का कोई भी सदस्य अक्षित नहीं रहे, क्योंकि शिक्षा से ही हर कुरीतियों को दूर किया जा सकता हैं। हमारे समाज को नशा पान से दूर रहने की जरूरत है। पर्यावरण खतरा से दुनिया को बचाने के लिए आदिवासी समाज आगे आकर पेड़ लगाएं और पेड़ बचाए।

डॉक्टर आरके रंजन, सदर प्रमुख ने भी संबोधित किया।

इससे पहले पलामू में निवास कर रहे सात जनजातीय परिवार के संस्कृति सह स्वागत दल के युवक-युवतियों के द्वारा अपनी पारंपरिक परिधान, वाद्य यंत्रों, मंदर नगाड़ा, झांझ, पैजन के साथ गीत, नृत्य एवं पुष्प अर्पित करते हुए मुख्य अतिथि एवं अन्य का स्वागत किया गया। पगड़ी बांध कर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि एवं अन्य ने विधिवत रूप से कड़सा दीप प्रज्वलित कर विश्व आदिवासी दिवस का शुभारंभ किया। रितेश बड़ा धुमकुड़िया (कुडुख विद्यालय) का उद्घाटन किया गया।