भारत की अनुभवी भाला फेंक एथलीट अन्नू रानी एक बार फिर विश्व स्तर पर प्रभावित करने में नाकाम रहीं और खराब प्रदर्शन के बाद पेरिस ओलंपिक के क्वालीफिकेशन दौर से बाहर हो गईं। 21 वर्षीय राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक रानी ने 55.81 मीटर से शुरुआत की और शेष दो थ्रो में 53.22 और 53.55 मीटर ही फेंक सकीं।
वह ग्रुप-ए में 16 प्रतियोगियों में से 15वें और कुल मिलाकर 26वें स्थान पर रहीं। ओलंपिक के लिए विदेश में तैयारी करने वाली रानी का राष्ट्रीय रिकॉर्ड 63.82 मीटर है। राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक भारत की 100 मीटर बाधा दौड़ एथलीट ज्योति याराजी अपनी पहली हीट में निराशाजनक रूप से सातवें स्थान पर रहीं और सेमीफाइनल में जगह बनाने से चूक गईं। याराजी चौथी हीट में 13.16 सेकंड के समय के साथ 40 धावकों में से 35वें स्थान पर रहे।
ऊंची कूद में सर्वेश कुमार भी फाइनल में नहीं पहुंच सके। वह ग्रुप-बी में 13वें और ओवरऑल 25वें स्थान पर रहे। वह केवल 2.15 मीटर ही छलांग लगा सके। इससे पहले मैराथन रेसवॉक मिक्स रिले टीम इवेंट में सूरज पंवार और प्रियंका गोस्वामी दौड़ पूरी नहीं कर पाए। प्रियंका 41.4 किमी की दौड़ के चौथे और अंतिम चरण के बाद पीछे हट गईं।
फाइनल में पंघाल तुर्की के पहलवान से महज 101 सेकेंड में हार गए
कुश्ती में भारत की बड़ी पदक उम्मीद महिला पहलवान पंघाल पेरिस ओलंपिक में महिलाओं के 53 किलोग्राम भार वर्ग में तुर्की की जेनिप के खिलाफ एकतरफा मुकाबले में 0-10 के शर्मनाक स्कोर से हार गईं। भारतीय पहलवान मुकाबले में सिर्फ 101 सेकेंड ही टिक सके। तकनीकी उत्कृष्टता के आधार पर तुर्की पहलवान को विजयी घोषित किया गया। अगर जेनिप फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लेती हैं तो फाइनलिस्ट पंघाल के पास रेपेचेज के जरिए पदक जीतने का एक और मौका होगा।