IMD Rainfall Alert: मानसून ने एक बार फिर उत्तर भारत पर अपनी मेहरबानी बरसाई है। राजधानी दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, पंजाब और हरियाणा में भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि अगले पांच दिनों तक बारिश जारी रहेगी। मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र के कई इलाकों में 5 अगस्त को भारी बारिश हो सकती है। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बादल फटने की वजह से कम से कम 87 मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं। पिछले पांच दिनों में भूस्खलन की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।
हिमाचल और उत्तराखंड में तबाही
हिमाचल प्रदेश में 8 अगस्त तक आंधी-तूफान के साथ मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। हिमाचल प्रदेश में पिछले सप्ताह हुए भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर क्रमश: 221 और 13 हो गई है, जबकि उत्तराखंड में केदारनाथ यात्रा के पैदल मार्ग पर फंसे तीर्थयात्रियों सहित 370 से अधिक लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। केदारनाथ, भीमबली और गौरीकुंड से अब तक 10,000 से अधिक लोगों को बचाया जा चुका है। पिछले बुधवार को लिनचोली के पास जंगलचट्टी में बादल फटने से केदारनाथ यात्रा का पैदल मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था।
महाराष्ट्र के पुणे में भारी बारिश और खड़कवासला बांध से पानी छोड़े जाने के बीच जलभराव वाले रिहायशी इलाकों में सेना के जवानों को तैनात किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि पुणे क्षेत्र में खड़कवासला, मुलशी, पावना और अन्य बांधों से पानी छोड़े जाने के मद्देनजर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा है। इसके अलावा यह भी निर्देश दिया गया है कि जरूरत पड़ने पर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और सेना की मदद से खतरनाक इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए कदम उठाए जाएं। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पिछले एक पखवाड़े में जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद रविवार को पुणे जिले के खड़कवासला बांध से 35,000 क्यूसेक (घन फीट प्रति सेकंड) पानी छोड़ा गया।
जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश से बढ़ी परेशानी
जम्मू-कश्मीर में कुछ इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं, जबकि गंदेरबल जिले में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ के कारण श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर दिया गया। राजमार्ग बंद होने से कश्मीर घाटी का लद्दाख से संपर्क टूट गया है, जबकि अमरनाथ यात्रा के लिए बालटाल आधार शिविर भी प्रभावित हुआ है। झारखंड में भारी बारिश के कारण राज्य की कुछ नदियां उफान पर हैं, जिसके कारण पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन को निचले इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट जारी करना पड़ा है। राज्य में लगातार हो रही बारिश के कारण पिछले कुछ दिनों से खरकई और स्वर्णरेखा नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, रविवार सुबह नौ बजे स्वर्णरेखा नदी का जलस्तर 116.58 मीटर था, जबकि खतरे का निशान 121.50 मीटर है। गुजरात के वलसाड में भी बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं।
कहां होगी बारिश?
स्काईमेट वेदर के अनुसार अगले 24 घंटों में सिक्किम, असम, झारखंड, दक्षिण बिहार, उत्तरी छत्तीसगढ़, पूर्वी उत्तर प्रदेश, कोंकण, गोवा और तटीय कर्नाटक में बारिश हो सकती है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल, गुजरात, विदर्भ, अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल और उत्तराखंड के कुछ इलाकों में भारी बारिश का अनुमान है। देश के बाकी हिस्सों में हल्की बारिश का अनुमान है।