बांग्लादेश में तख्तापलट: शेख हसीना ने ली भारत में शरण, सेना ने देश छोड़ने के लिए दिया 45 मिनट का समय

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बांग्लादेश के पीएम ने भारत के लिए उड़ान भरी: आरक्षण हटाने की मांग को लेकर शुरू हुए हिंसक आंदोलन के अब बांग्लादेश में बेहद गंभीर परिणाम देखने को मिल रहे हैं. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री सेना के विशेष हेलीकॉप्टर से भारत के लिए रवाना हो गई हैं. 

 

 

स्थिति बहुत गंभीर है 

बांग्लादेश में हालात इतने खराब हैं कि आंदोलनकारी अब प्रधानमंत्री आवास में भी घुस गए हैं. इंटरनेट शटडाउन, कर्फ्यू के बावजूद हालात काबू में नहीं आ रहे हैं. पुलिस को सड़क से हटाकर सेना तैनात कर दी गई है. 

इस्तीफे की खबर 

उधर, बांग्लादेश की स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शेख हसीना ने भारत रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी पीएम हाउस में घुस गए हैं. 

सेना मुख्यालय में उच्च स्तरीय बैठक 

शेख हसीना के बेटे ने देश के सुरक्षा बलों से तख्तापलट की कोशिश को रोकने का आग्रह किया है. बांग्लादेश की सत्तारूढ़ पार्टी अवामी लीग और मुख्य विपक्षी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच सेना मुख्यालय में बैठक हो रही है. 

गौरतलब है कि बांग्लादेश में पिछले 48 घंटों में हिंसक विरोध प्रदर्शन में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. गौरतलब है कि कुछ महीने पहले श्रीलंका में भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला था. फिर भी हजारों लोग श्रीलंकाई राष्ट्रपति के आवास में घुस गए. 

आंदोलन की शुरुआत कैसे हुई? 

बांग्लादेश में छात्रों के नाम पर शुरू हुआ एक आंदोलन बाद में हिंसक गृहयुद्ध में बदल गया. यह आंदोलन सबसे पहले शिक्षा में आरक्षण ख़त्म करने की मांग को लेकर शुरू हुआ था. बांग्लादेश में 1971 के स्वतंत्रता सेनानियों के वंशजों को आरक्षण दिया जाता है। 

कोर्ट ने छात्रों की मांग मान ली और आरक्षण कम कर दिया. हालांकि इसके बाद भी हिंसक प्रदर्शनकारी शांत नहीं हुए. इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया. 

लोगों ने पुलिस स्टेशनों, सत्ताधारी पार्टियों, नेताओं के दफ्तरों पर हमले किये. हजारों गाड़ियां जला दी गईं. सरकार ने फेसबुक, मैसेंजर, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप पर प्रतिबंध लगा दिया।