ढाका: भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में एक बार फिर हिंसा शुरू हो गई है. रविवार को छात्र प्रदर्शनकारियों और पुलिस और सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प में 14 पुलिसकर्मियों सहित 92 लोग मारे गए और कई घायल हो गए।
पुलिस ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे हजारों छात्र प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले और स्टन ग्रेनेड का इस्तेमाल किया।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, बांग्लादेश के 13 जिलों में भड़की हिंसा में अब तक कुल 92 लोगों की मौत हो चुकी है.
गृह मंत्रालय ने रविवार शाम 6 बजे से अनिश्चितकालीन कर्फ्यू की घोषणा की है. सरकारी एजेंसी ने फेसबुक, मैसेंजर, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम जैसे मेटा प्लेटफॉर्म को बंद करने का आदेश दिया है। मोबाइल ऑपरेटरों को 4जी मोबाइल इंटरनेट बंद करने का भी आदेश दिया गया है।
स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन नामक मंच ने सरकार के इस्तीफे की मांग करते हुए आज से असहयोग आंदोलन शुरू करने की घोषणा की है. इस बीच प्रधानमंत्री हसीना ने कहा है कि प्रदर्शनकारी छात्र नहीं बल्कि आतंकवादी हैं और लोगों से उनका समर्थन नहीं करने की अपील की है.
इस बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने आवास गण भवन में सुरक्षा मामलों की राष्ट्रीय समिति की बैठक बुलाई है. इस बैठक में थलसेना, नौसेना, वायुसेना, पुलिस, आरएबी, बीजीबी के प्रमुख और अन्य शीर्ष सुरक्षा अधिकारी मौजूद थे.